चिटफंड कंपनी के नाम पर करोड़ों रुपए का लगाया चूना
एक वर्ष बाद दोगुना पैसा वापस लौटाने का दिया घाषा
मुरादाबाद, चिटफंड कंपनी के नाम पर मुरादाबाद और उत्तराखंड के कई जनपदों में करोड़ों रुपये का चूना लगाने के तीन आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। बीते छह माह से पुलिस आरोपितों की तलाश कर रही थी। पकड़े गए आरोपितों में मुख्य आरोपित की पत्नी के साथ ही दो युवक शामिल है। जमीन की रजिस्ट्री कराने के लिए कांठ तहसील आए आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार किया।छजलैट थाना क्षेत्र के गांव फरीदपुर भैंडी उर्फ सीतापुर निवासी राजेश कुमार ने 27 मई 2021 को सिविल लाइंस थाने में जनहित म्युचुअल बेनिफिट निधि कंपनी के निदेशक रामगंगा विहार निवासी अजय कुमार यादव, उनकी पत्नी ममता यादव, सरिता केसरवानी, जितेंद्र कुमार, रविश कुमार, नवनीत कुमार, गजेंद्र सिंह यादव और अजय कुमार के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया था।पीड़ित पक्ष के आरोप था कि आरोपितों ने आरडी एफडी के नाम चार लाख 65 हजार रुपये जमा कराए थे। एक वर्ष बाद दोगुना पैसा वापस लौटाने का वादा किया था। दो साल तक चक्कर लगाने के बाद कंपनी के लोगों ने रुपये नहीं लौटाए।दो जून 2021 को छजलैट थाना क्षेत्र के संजरपुर गांव निवासी राजेंद्र सिंह ने इसी कंपनी के छह निदेशकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। राजेंद्र सिंह इसी कंपनी में एजेंट था। उसके द्वारा कराए गए बचत खाते, एफडी, आरडी की अवधि भी 2020 में पूरी हो गई थी। ग्राहकों ने जब पैसे वापस मांगे तो निदेशकों ने पैसा वापस करने से मना कर दिया।आरोप है कि लगभग शहर से 15 करोड़ रुपये ठगने के बाद आरोपित आशियाना कालोनी स्थित कंपनी का कार्यालय बंद करके फरार हो गए थे। इस मामले में पुलिस के पास सौ से अधिक लोगों की शिकायतें पहुंची थीं। जिनको पुलिस ने इन्हीं दोनों मुकदमों में शामिल करते हुए जांच को आगे बढ़ाया था।मंगलवार को सिविल लाइंस थाना प्रभारी रवींद्र प्रताप सिंह ने पुलिस टीम के साथ कांठ में दबिश देकर आरोपित ममता यादव निवासी आशियाना सिविल लाइंस, नवनीत कुमार निवासी राव रामनगर जनपद अमरोहा व उमेश कुमार निवासी फौलादपुर थाना मंडी धनौरा जनपद अमरोहा को गिरफ्तार किया।एएसपी सिविल लाइंस सागर जैन ने बताया कि पकड़े गए आरोपितों के खिलाफ उत्तराखंड के अलग-अलग जनपदों में मुकदमा दर्ज है। इसमें आरोपित महिला ममता यादव छह माह तक उत्तराखंड के लोहगढ़ जेल में बंद रही है। जेल से निकलने के बाद आरोपित जमीन बेचने के लिए कांठ तहसील में आए थे। उसी दौरान पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर लिया। इस मामले के अन्य आरोपितों की तलाश में छापेमारी की जा रही है।