खबर दृष्टिकोण, जिला संवाददाता, अतुल कुमार श्रीवास्तव
बाराबंकी। जिले के जहांगीराबाद इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी में कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग विभाग द्वारा एज कंप्यूटिंग- डेसेंट्रलीसेड डाटा प्रोसेसिंग शीर्षक पर एक वेबिनार का आयोजन किया गया जिसमे डॉ अब्दुल बारी प्रोफेसर एंड डीन ऑफ़ एकेडेमिक्स आई एस एल इंजीनियरिंग कॉलेज हैदराबाद के मुख्य वक्ता के रूप में शामिल हुए।
डॉ अब्दुल बारी ने बताया कि एज कंप्यूटिंग में डेटा स्टोरेज और कंप्यूटेशन को उस स्थान के करीब रखना शामिल है जहाँ इसकी आवश्यकता है। इसके परिणामस्वरूप बेहतर प्रतिक्रिया समय और कम बैंडविड्थ उपयोग होता है जो एज कंप्यूटिंग के प्रमुख लाभ हैं तथा उन्होंने अन्य लाभों और डीसेंट्रलाइज्ड डेटा प्रोसेसिंग में इसके अनुप्रयोगों एवं इसकी वास्तुकला कार्यान्वयन और लेटेंसी को कम करने और आईओटी सिस्टम में रियल-टाइम डेटा प्रोसेसिंग में सुधार पर चर्चा की। प्रिंसिपल इंजीनियर और इनोवेशन और इंक्यूबेशन सेंटर के हेड डॉ फैजान ने बताया कि एज कंप्यूटिंग को लागू करने के शीर्ष लाभों में से एक डेटा को इकट्ठा करने और उसका विश्लेषण करने की क्षमता है जहाँ इसे एकत्र किया जाता है तथा उन समस्याओं को पकड़ना और ठीक करना जो डेटा को प्रोसेस और विश्लेषण के लिए केंद्रीय सर्वर या क्लाउड पर भेजे जाने पर जल्दी से पहचाने नहीं जा सकते थे।
कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग विभाग के विभागाध्यक्ष सादिक अंसारी ने बताया कि डेसेंट्रलीसेड डाटा प्रोसेसिंग में डाटा टीम की सहायता के बिना ही व्यावसायिक उपयोग करने वाले लोग डाटा का विश्लेषण कर सकते है तथा डाटा प्रोसेसिंग के तहत जटिल कार्यों को छोटे छोटे कार्यों में बाटकर डाटा को तेज़ी से प्रोसेस किया जा सकता है। इस वेबिनार कार्यक्रम में विभाग के समस्त शिक्षक-शिक्षिकाओं समेत लगभग 100 छात्र छात्राएं शामिल रहें तथा छात्र-छात्राओं द्वारा पूछे गए विभिन्न प्रश्नों के उत्तर देते हुए उनकी जिज्ञासा को शांत किया गया।
