कोंच- बुंदेलखंड में गहराई पानी की समस्या से निजात दिलाने के लिए जिलाधिकारी ने अब प्राकृतिक जल स्त्रोतों को समारने की दिशा में पहल करनी शुरू कर दी है इ6सके के लिए उन्होंने ग्राम सलैया बुजुर्ग के पालाब तोड़ कुओं का निरीक्षण किया जहां पर भूमि से स्वतः पानी निकलता रहता है अभी तक इन प्राकृतिक जल स्त्रोतों पर किसी की नजर नही गई यह जल स्त्रोत भीहड़ पट्टी के मध्यप्रदेश से सटे कई इलाकों में वर्षो से ग्रामीणो की प्यास बुझा रहे है।
नदीगांव विकास खण्ड के ग्राम सलैया बुजुर्ग जेतपुरा,जगनपुरा सहित ऐसे कई गांव है जहां पर पानी 5 फुट से 8 फुट की गहराई पर ही मौजूद रहे कई जगहों पर तो पानी स्वतः जमीन से निकलकर बहता है इन प्राकृतिक जल स्रोतों में पाइप लगाकर कई किसान अपने खेतों तक कि सिचाई कर किया करते है वर्षो से लोगो को पानी दे रहे इन प्राकृतिक जल स्रोतों को संरक्षित करने के लिए किसी भी विभाग ने कोई प्रयास नही किया यही कारण है कि यह जल स्त्रोत मिटने लगे है शनिवार को जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने शनिवार को ग्राम सलैया बुजुर्ग पहुचकर प्राकृतिक जल स्त्रोतों का निरीक्षण किया और सम्बन्धिति अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह कार्य योजना बनाकर इन जल स्त्रोतों को संरक्षित करे ताकि पानी की बड़ती समस्या को समाप्त किया जा सके इस दौरान डीसी मनरेगा अवधेश दीक्षित एसडीएम राजेंश सिंह नायव तहसील विदित कुमार नदीगांव विकास खण्ड बीडीओ गौरव कुमार,कैलिया थानाध्यक्ष अखिलेश कुमार द्विवेदी सहित कई ग्रामीण मौजूद रहे।