रिपोर्ट-आकाश सोनी जिला संबाददाता हमीरपुर
बीते एक फरवरी को कस्बे के साजन तालाब के पास एक शख्स को मंसूर उर्फ लल्लू और सद्दाम ने फावड़ा से मारकर मरणासन्न अवस्था में छोड़ दिया था, जिसके दो सप्ताह बाद घायल की इलाज के दौरान मौत हो गई थीं, लेकिन अभी तक किसी भी हत्यारे की गिरफ्तारी नहीं होने से परेशान और भयभीत पीड़िता जब कोतवाली प्रभारी और क्षेत्राधिकारी से न्याय की गुहार लगाते हुए थक गई, तो उसने पुलिस अधीक्षक से अपनी आपबीती सुनाई, जिसपर पुलिस अधीक्षक ने कोतवाली प्रभारी और क्षेत्राधिकारी को जमकर फटकार लगाई थी और तत्काल हत्यारों की गिरफ्तारी के आदेश दिए थे, लेकिन उनके ऊपर पुलिस अधीक्षक के आदेश का कोई असर नहीं पड़ा और आदेश की अवेहलना करते हुए अभी तक किसी हत्यारों की गिरफ्तारी नहीं की है। इससे तो यही साबित हो रहा है कि पुलिस को शायद अपना मेहताना मिल गया है।
कस्बे के मौहल्ला साजन तालाब निवासी मुख्तार उर्फ लाला को मंसूर उर्फ लल्लू और सद्दाम ने फावड़ा मारकर मरणासन्न अवस्था में छोड़ दिया था जिसके दो सप्ताह बाद घायल की कानपुर में ईलाज के दौरान मौत हो गई थी, जिसपर पुलिस ने दोनो आरोपियों के खिलाफ अपना बचाव करते हुए तत्काल मुकदमा पंजीकृत कर दिया था, जब आरोपियों की गिरफ्तारी नही हुई तो मृतक मुख्तार की पत्नी नईमा ने बार बार कोतवाली प्रभारी पवन कुमार पटेल और क्षेत्राधिकारी रवि प्रकाश से हत्यारों की गिरफ्तारी की गुहार लगाती रही, लेकिन दोनों अधिकारियों के कानों में जू तक नही रेंगा तो पीड़िता ने होली की पीस कमेटी में आए पुलिस अधीक्षक कमलेश दीक्षित से अपनी आपबीती सुनाई थी तो उन्होंने क्षेत्राधिकारी और कोतवाली प्रभारी को जमकर फटकार लगाई थी और तत्काल आरोपियों को गिरफ़्तार करने के आदेश दिए थे लेकिन दोनों अधिकारियों ने पुलिस अधीक्षक के आदेश को अनसुना करते हुए अपने पुराने रवैया में चलने लगे इससे साबित हो रहा है कि पुलिस अधीक्षक कमलेश दीक्षित की आदेश की अवेहलना करते दिख रहे दोनों अधिकारियों को शायद हत्यारों को बचाने का खर्चा पानी मिल गया है।
