संवाददाता अवनीश पाण्डेय
मोहनलालगंज लखनऊ
होली के अवसर पर बाजारों में बिक रहे हानिकारक रंगों से शरीर में होने वाले नुकसान के बारे में बताते हुए मोहनलालगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉ मनीष अवस्थी ने कहा कि होली पर हर्बल रंगों का ही प्रयोग करना चाहिए रासायनिक एवं सिंथेटिक केमिकल से बने हुए हर्बल रंग एवं गुलाल होली के अवसर पर बाजारों में खूब बिक रहे हैं होली पर मिलावटी रंगों के प्रयोग से बचें यह रंग चमकीले होते हैं इन मिलावटी रंगों में सल्फेट पारा तांबा मेला लाइट आदि कई हानिकारक रसायनों का प्रयोग होता है इनमें शीशा और अभ्रक की भी मिलावट की जाती है इन मिलावटी रंगों से त्वचा मैं एलर्जी आंखों में जलन आदि सहित इन रंगों के इस्तेमाल से कई बीमारियां हो सकती हैं होली के अवसर पर बाजारों में बिक रहे इन रासायनिक रंगों की वजह से शरीर में कई गंभीर समस्याएं हो सकती हैं काला एवं हरा रंग त्वचा को नुकसान पहुंचाता है एवं नजर भी कमजोर हो सकती है इसलिए इन रंगों से लोगों को बचना चाहिए मोहनलालगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉ मनीष अवस्थी ने यह भी बताया कि होली खेलने से पूर्व लोगों को पूरे शरीर में सरसों या नारियल तेल लगाना चाहिए व आंखों पर चश्मा और बालों ढक कर रखना चाहिए यदि आंखों में रंग चला जाता है तो तुरंत साफ पानी से आंखों को तीन से चार बार धोना चाहिए जिससे आंखों को होने वाले नुकसान से बचाया जा सकता है एवं रंग छुड़ाने के लिए त्वचा को ज्यादा रगड़ना नहीं चाहिए रंग छुड़ाने के लिए बेसन दही नींबू का उबटन का लेप लगाकर रंग छुड़ाना चाहिए।
