बलरामपुर, । उतरौला कोतवाली के केरावगढ़ के मजरे तिसाह गांव निवासिनी रेशमा ने सोमवार भोर मासूम बेटा व बेटी के संग तालाब में कूदकर जान दे दी। तीनों का शव तालाब में उतराता देख ग्रामीणों में सनसनी फैल गई। पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से महिला व उसके बच्चों के शव को बाहर निकाल लिया है। शवों की पहचान रेशमा (30) पत्नी मोहम्मद हारून, बेटा अब्दुल हादी (तीन) व बेटी शिफा (छह) के रूप में हुई है। बताते हैं कि एक बेटी जोया (सात) मां के साथ नहीं गई थी। प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या का प्रतीत हो रहा है। रेशमा मानसिक रूप से बीमार थी। मासूमों का शव देखकर गांव में हर किसी की आंखें नम हैं। बताया जाता है कि मोहम्मद हारून केरल में प्लास्ट आफ पेरिस का काम करता है। चार माह पहले वह गांव लौटा था। कुछ दिन यहां रहकर कमाई के लिए केरल लौट गया था। मृतका के पिता उतरौला कोतवाली के महदेइया काटा तिराहा बनगवा निवासी सिराज अहमद ने पुलिस को दी गई तहरीर में कहा है कि उसने बेटी रेशमा की शादी 12 साल पहले मोहम्मद हारून के साथ की थी। उसकी दिमागी हालत दो साल से ठीक नहीं थी। उसकी दवा चल रही थी। मानसिक संतुलन ठीक न होने के कारण उसने मासूम बच्चों के साथ तालाब में कूदकर जान दे दी है। वह कोई कानूनी कार्रवाई नहीं चाहता है। उतरौल कोतवाल अनिल कुमार सिंह का कहना है कि मृतका के पिता ने तहरीर देकर कोई कानूनी कार्रवाई न करने की बात कही है। पंचनामा भरकर शव परिवारजन के सिपुर्द कर दिया गया है।मृतका की सात वर्षीया बेटी जोया का कहना है कि रेशमा सोमवार सुबह शिफा व अब्दुल हादी को लेकर घर से निकल रही थी। उसने जोया को भी साथ चलने को बुलाया था, लेकिन वह मां के साथ नहीं गई थी।