रायबरेली – उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण की प्रेरणा व जनपद न्यायाधीश श्री अब्दुल शाहिद के निर्देशन में समाज की मुख्य धारा से कटे हुए महिला यौन कर्मियों, पुरुष यौन कर्मियों व ट्रांसजेडर व्यक्तियों को विधिक व सामाजिक रुप से जागरुक किये जाने के लिए जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, रायबरेली व टी0सी0आई0 फाउण्डेशन के संयुक्त तत्वाधान में एकता सदन गुलाब रोड़ रायबरेली में सामुदायिक कार्यक्रम व विधिक जागरुकता शिविर आयोजित किया गया।सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, रायबरेली सुमित कुमार द्वारा इस अवसर पर उपस्थित सभी यौन कर्मियों को बताया गया कि समाज में यौन कर्मी भी पूर्ण सम्मान के साथ जीने के अधिकारी है। ट्रांसजेंडर के साथ किसी भी व्यक्ति या विभाग के द्वारा किसी प्रकार का कोई भेदभाव नहीं किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा यौन कर्मियों व ट्रांसजेंडर के पुनर्वास के सम्बन्ध में यह बताया गया कि यौन कर्मियों को समाज की मुख्यधारा में लाने के लिए शिक्षित यौन कर्मियों व ट्रांसजेंडर की नियुक्ति भविष्य में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण में पराविधिक स्वयं सेवक के रूप में भी की जाएगी। इसके अतिरिक्त जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, रायबरेली द्वारा अन्य विभागों व गैर सरकारी संगठनों की सहायता से यौन कर्मियों व ट्रांसजेंडर के पुनर्वास का प्रयास किया जाएगा। कार्यक्रम के अन्तर्गत यौन कर्मियों व ट्रांसजेंडर द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये। अतिथियों द्वारा यौन कर्मियों व ट्रांसजेंडर को उपहार देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर टी0सी0आई0 फाउण्डेशन की प्रोजेक्ट मैनेजर तमन्ना आफरीन, एस0टी0आई0 सुदर्शन, फाउंडेशन के शिवा बाजपेई, सावित्री देवी, गुंजन सिंह,गीता श्रीवास्तव, आदर्श मिश्रा तथा पराविधिक स्वयं सेवक अमिता गुप्ता, पवन श्रीवास्तव व मनोज प्रजापति उपस्थित रहे।
संवाददाता अमरेन्द्र यादव