रोहितसोनी जिला संवाददाता जालौन उरई
उरई(जालौन) जनपद जालौन का इतिहास कई खेल प्रतिभाओं से भरा पडा है जिन्होने राष्ट्रीय स्तर पर जिले का नाम रोशन किया लेकिन वर्तमान में जनपद में खेल प्रतिभाओं की भारी कमी हुई है पूर्व में व्यवस्थाओ एंव संसाधनो के आभाव के बावजूद भी प्रतिभावान खिलाडियों की कमी नहीं थी लेकिन आज जब संसाधनों एंव सुविधाओं की कोई कमी नहीं है परन्तु राष्ट्रीय स्तर पर जिले का नाम रोशन करने बाले खिलाडिय़ों का आभाव है इसका मुख्य कारण है स्टेडियम में कार्यरत कुछ कर्मचारियों का है जिनमें खेल भावना का आभाव है भारत सरकार द्वारा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेल प्रतिभाओं की संख्या बढाने के लिये खेलो इंडिया जैसा अभियान व्यापक रुप से चला कर हर सुविधाओं संसाधनों की व्यवस्था कर खिलाडी तराशे जा रहे है परन्तु जब जनपद जालौन में इंदिरा स्टेडियम की बात आती है तो वास्तविकता कूछ ओर प्रकाश में आती है स्टेडियम में कार्यरत कनिष्ठ सहायक जयनारायण ओमरे एवं सोम प्रकाश (चतुर्थ श्रेणी )कर्मचारी को खिलाडियों द्वारा अभ्यास करने पर कष्ट होता है व आलम यह है कि उनको क्रिकेट खेले ही नहीं लगता है उपस्थित लोगो द्वारा खेल संसाधनों को तालाबंद कर सुरक्षित कर लिया है यदि कोई उसकी मांग करता है तो यह जिम्मेदार लोगो को भारी कष्ट होता है सरकार द्वारा निर्मत आदेश के अनुसार स्टेडियम के खुलने का समय 07:00am से 09:00pm तक होता है लेकिन इंदिरा स्डेडियम उरई में कार्यरत कर्मचारियों द्वारा खुलने का समय अपने सुविधा हेतु निर्धारित किया गया है उपरोक्त कर्मचारी स्टेडियम का प्रयोग खेल छोडकर अन्य सभी कार्य हेतु करते है उनके आचरण से जनपद के युवा प्रतिभावान खिलाड़ियों में शेष व्याप्त है उनके द्वारा अपनी समास्या कई बार जिम्मेदारो के समक्ष रखी गई है लेकिन समास्या का समाधान दूर की कोडी प्रतीत होती है उपरोक्त कर्मचारियों की कार्यशैली एवं आचरण के चलते जिले मे प्रतिभावान खिलाडियों का उदय होना नामुकिन है जो कि भारत सरकार के खेलो इंडिया अभियान के लिये बहुत बडी बाधा हैं