कानपुर, । साहब हमारे तो घर के सदस्य चले गए, मुआवजा लेकर क्या होगा। परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दिलवा दो। भले ही वह छोटे पद पर हो… की बात कहकर दोनों मृतकों के स्वजन ने शव रखकर पहले लाटूश रोड जाम कर दिया। मानमनौव्वल के बाद पुलिस ने शव उठावाया। बाद में मूलगंज चौराहे पर शव रखकर जाम लगा दिया। घंटों की मानमनौव्वल के बाद एडीएम सिटी के आश्वासन पर स्वजन दोनों के शव भैरवघाट के लिए ले गए। करीब साढ़े तीन घंटे बाद जाम खुला।लाटूश रोड निवासी 24 वर्षीय शुभम सोनकर इलाके के ही रहने वाले सुनील उर्फ ट्विंकल के स्वजन पोस्टमार्टम के बाद डेढ़ बजे शव लेकर निकले थे। दो बजे स्वजन ने अनवरगंज थाने के बाहर वाले रोड पर दोनों के शव रखकर जाम लगा दिया। सूचना पर एडीसीपी पूर्वी राहुल मिठास, एडीसीपी साउथ मनीष सोनकर, एसीपी अनवरगंज मोहम्मद अकमल खान, अनवरगंज समेत कई थानों का फोर्स पहुंचा और शव उठवाने का प्रयास किया। स्वजन का कहना था कि मुआवजा नहीं परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी, जिलाधिकारी को बुलाने की मांग की। काफी समझाने के प्रयास किए गए, लेकिन स्वजन मांग पर अड़े और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते रहे।डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद पुलिस ने वहां से शव उठवाया और अंतिम संस्कार के लिए भेजने का प्रयास किया तो कुछ आगे जाने के बाद स्वजन ने मूलगंज चौराहे पर दोनों दोस्तों के शव रखकर जाम लगा दिया और फिर से नारेबाजी शुरू कर दी। बाद में एडीएम सिटी अतुल कुमार मौके पर पहुंचे। लगातार समझाकर शांत कराने का प्रयास जारी रहा, लेकिन स्वजन अपनी मांगों पर अड़े रहे। करीब एक घंटे से अधिक समय यहां भी स्वजन को समझाने में लगा। एडीएम सिटी ने सरकार बनने के बाद नौकरी के लिए प्रस्ताव भेजने का आश्वासन देकर स्वजन को शांत कराया। जिसके बाद करीब 5:40 बजे स्वजन ने दोनों दोस्तों के शव उठाए।