कुशीनगर, । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज बुधवार को उत्तर प्रदेश स्थित कुशीनगर को अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की सौगात दी। 589 एकड़ में 260 करोड़ की लागत से बने इस हवाई अड्डे के लोकार्पण के साथ उत्तर प्रदेश सर्वाधिक हवाई अड्डा वाला प्रदेश बन गया है। यह उत्तर प्रदेश का तीसरा और सबसे लंबे रनवे वाला एयरपोर्ट भी है। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि कुशीनगर एयरपोर्ट बनने से किसानों, दुकानदारों, उद्यमियों को लाभ मिलेगा। उन्होंने महापरिनिर्वाण स्थल में बुद्ध प्रतिमा पर चीवर चढ़ाया और भिक्षुओं को चीवर दान किया। पीएम मोदी ने अभिधम्म समारोह को भी संबोधित किया। इसके बाद प्रधानमंत्री यहां 180.6 करोड़ रुपये की लागत से 12 परियोजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण और 281 करोड़ रुपये से बनने वाले मेडिकल कालेज का शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि भारत एथेनाल को लेकर आज जिस नीति पर चल रहा है उसका भी बड़ा लाभ उत्तर प्रदेश के किसानों को होने वाला है। गन्ने और दूसरे खाद्यान्न से पैदा होने वाला बायो फ्यूल विदेश से आयात होने वाले कच्चे तेल का एक अहम विकल्प बन रहा है। डबल इंजन की सरकार यहां किसानों से खरीद के नए रिकॉर्ड स्थापित कर रही है। यूपी के किसानों के ही बैंक अकाउंट में अभी तक लगभग 80 हजार करोड़ रुपये उपज की खरीद के पहुंच चुके हैं। पीएम किसान सम्मान निधि से यूपी के किसानों के बैंक खाते में 37 हजार करोड़ रुपये से अधिक राशि जमा की जा चुकी है। आने वाला समय यूपी की आकांक्षाओं की पूर्ति का समय है। आजादी के इस अमृत काल में ये हम सभी के लिए जुट जाने का समय है। यहां से यूपी के लिए पांच महीने के लिए योजनाएं नहीं बनती हैं, आने वाले 25 वर्षों की बुनियाद रखके यूपी को आगे ले जाना है। इस दीपावली पर लोकल फार वोकल का आह्वान करते हुए पीएम ने कहा कि हमारे आसपास स्थानीय वस्तुए खरीदें।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि नई सड़कों, नए रेल मार्गों, नए मेडिकल कॉलेजों, बिजली और पानी से जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर का तेज गति से विकास हो पाता है। इसे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी की पूरी टीम जमीन पर उतारकर दिखा रही है। यूपी के बारे में एक बात हमेशा कही जाती है कि ये एक ऐसा प्रदेश है जिसने देश को सबसे ज्यादा प्रधानमंत्री दिये। ये यूपी की खूबी है, लेकिन यूपी की पहचान को केवल इस दायरे में ही नहीं देखा जा सकता। यूपी को छह से सात दशकों तक ही सीमित नहीं रखा जा सकता। ये ऐसी धरती है जिसका इतिहास कालातीत है, जिसका योगदान कालातीत है। इस भूमि पर मर्यादापुरुष भगवान राम ने अवतार लिया, भगवान श्रीकृष्ण ने अवतार लिया। जैन धर्म के 24 में 18 तीर्थंकर, उत्तर प्रदेश में ही अवतरित हुए थे। आप मध्यकाल को देखें तो तुलसीदास और कबीरदास जैसे युगनायकों ने भी इसी मिट्टी में जन्म लिया था। संत रविदास जैसे समाजसुधारक को जन्म देने का सौभाग्य भी इसी प्रदेश को मिला है यूपी एक ऐसा प्रदेश है जहां पग-पग पर तीर्थ हैं, और कण-कण में ऊर्जा है। वेदों और पुराणों को कलमबद्ध करने का काम यहाँ के नैमिषारण्य में हुआ था। हमारी गौरवशाली सिख गुरु परंपरा का भी यूपी से गहरा जुड़ाव रहा है। आगरा में ‘गुरु का ताल’ गुरुद्वारा आज भी गुरु तेगबहादुर जी की महिमा का, उनके शौर्य का गवाह है जहां पर उन्होंने औरंगजेब को चुनौती दी थी।