रायबरेली, । कैर गांव में टीकाकरण के दौरान महिला को एक साथ वैक्सीन की दो डोज लगाए जाने का मामला प्रकाश में आया है। टीका लगने के बाद तबीयत बिगड़ी तो उसे सीएचसी में भर्ती कराया गया। हालांकि, अधीक्षक महिला के आरोपों को बेबुनियाद बता रहे हैं। शुक्रवार को उक्त गांव में टीकाकरण के लिए कैंप लगाया गया था। सीएचसी के कर्मचारी अविनाश की अगुवाई में एक टीम वहां टीकाकरण कर रही थी। गांव के रमेश कुमार की पत्नी केशवती ने पहले आधार कार्ड देकर फीडिंग कराई, फिर टीका लगवाया। कैंप में ही महिला को किसी ने बताया कि दो टीके लगने हैं तो वह तुरंत दोबारा लाइन में लग गई।आरोप है कि कर्मचारियों ने भी ध्यान नहीं दिया और महिला को दूसरा टीका भी लगा दिया। टीके लगने के बाद वह घर चली गई। शाम को एकाएक उसकी हालत गंभीर हो गई। सिर चकराने, बुखार, पूरे शरीर में दर्द होने पर सीएचसी लाया गया। केशवती को अस्पताल में भर्ती करके उपचार किया गया। देर शाम वापस घर भेज दिया गया। महिला का आरोप है कि एक कैंप में उसे दो बार टीका लगा दिया गया, लेकिन इस ओर स्वास्थ्य कर्मियों का ध्यान नहीं गया। दो टीके लगने के कारण उसकी तबीयत बिगड़ गई। इस बाबत अधीक्षक डा. राधाकृष्णन ने बताया कि कैर गांव में कैंप लगाया गया था। अभियान के दौरान वहां पर 144 लोगों का टीकाकरण किया गया। महिला को दूसरा टीका नहीं लगा है। उसके द्वारा लगाए जा रहे आरोप बेबुनियाद हैं। महिला अस्पताल आई थी। टीका लगने के बाद कुछ लोगों को बुखार आ जाता है, शरीर में दर्द होता है जोकि सामान्य लक्षण हैं। यही लक्षण उस महिला में भी थे, जिसे उपचार के बाद घर भेज दिया गया। उसकी हालत गंभीर नहीं है। उन्होंने यह भी बताया कि मामले की काेई लिखित शिकायत भी नहीं आई है।