लखनऊ, । यूपी स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने राजस्थान पुलिस की मदद से अलवर में पांच गांजा तस्करों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। ये तस्कर उड़ीसा से फर्जी ई-वे बिल के जरिए ट्रक में गांजा लादकर लाये थे। ये गिरोह गांजा की सप्लाई पश्चिमी उत्तर प्रदेश व राजस्थान के विभिन्न जिलों में करता था। ट्रक में गांजे को जूट की बोरियों के बीच छिपाकर रखा गया था। सभी आरोपितों के विरुद्ध अलवर के थाना अरावली बिहार में मुकदमा दर्ज कराया गया है।यूपी एसटीएफ के अनुसार बिहार निवासी राकेश कुमार यादव, मथुरा निवासी प्रमोद सिंह व अखिलेश शर्मा उर्फ पंडित, गाजियाबाद निवासी रिंकू व लाखन सिंह को गांजा तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। इनके कब्जे से ट्रक में लदा 25 क्विंटल गांजा, ब्रीजा कार, नौ मोबाइल फोन, दो फर्जी ई-वे बिल व समेत अन्य कई दस्तावेज मिले हैं। आरोपितों को अलवर (राजस्थान) के ग्राम समोला के पास हाईवे से पकड़ा गया है। तस्करों के बारे में मिली गोपनीय सूचनाओं के आधार पर यूपी एसटीएफ के इंस्पेक्टर ज्ञानेंद्र कुमार राय के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई थी। पता चला था कि मथुरा निवासी राकेश कुमार यादव व प्रमोद सिंह उड़ीसा से ट्रक में गांजा की तस्करी करा रहे हैं। गांजा तस्करी के लिए साजिश के तहत ई-वे बिल बनाए गए थे। गिरोह में ट्रक चालक रिंकू सिंह व लाखन सिंह भी शामिल थे। गिरोह गांजा की सप्लाई मथुरा, आगरा व पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अन्य जिलों के अलावा राजस्थान के सीमावर्ती जिलों में करता था। बरामद गांजा की सप्लाई अलवर में की जानी थी। गिरोह से 25 से 35 हजार रुपये में एक किलो गांजा सप्लाई करता था। चालक को एक चक्कर का एक लाख रुपये व क्लीनर को 25 हजार रुपये तक भुगतान किया जाता था।