*खबर दृष्टिकोण मुकेश शर्मा*
*लखीमपुर खीरी।*
मनरेगा कार्यों में फर्जी हाजिरी और गड़बड़ी पर अब रोक लगेगी। सरकार ने श्रमिकों की उपस्थिति दर्ज करने के लिए आधार फेस आरडी एप शुरू किया है। अब प्रत्येक श्रमिक की हाजिरी उसके चेहरे की पहचान के माध्यम से लगेगी। कार्यस्थल पर मौजूद मजदूर की वास्तविक समय की फोटो खींचकर एप पर अपलोड की जाएगी, जिससे कोई भी फर्जी उपस्थिति नहीं लगपाएगी।
जिले में लगभग दो लाख उनचास हजार सक्रिय जॉबकार्ड धारक हैं। शासन ने सभी श्रमिकों की ई-केवाईसी कराने के निर्देश दिए हैं। जिनकी ई-केवाईसी नहीं कराई जाएगी, उनकी हाजिरी नहीं लग सकेगी और मजदूरी का भुगतान भी नहीं होगा। यह व्यवस्था मनरेगा में पारदर्शिता लाने और असली श्रमिकों को ही लाभ देने के लिए लागू की गई है।
अब तक ग्राम प्रधानों और रोजगार सेवकों द्वारा फर्जी हाजिरी लगाने और मनरेगा कार्यों में गड़बड़ी करने के कई मामले सामने आए हैं। इस नई व्यवस्था से अब ऐसा संभव नहीं हो सकेगा। डीसी मनरेगा अमित परिहार ने बताया कि चेहरे से पहचान की प्रणाली लागू होने से मनरेगा में हो रहे फर्जीवाड़े पर पूरी तरह अंकुश लगाया जा सकेगा और वास्तविक श्रमिकों को ही मेहनताने का लाभ मिलेगा।