खबर दृष्टिकोण अली अब्बास अशरफ – बाराबंकी। तहसील रामसनेही घाट में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस के दौरान ग्राम किठूरी निवासी भल्लू रावत पुत्र घूरु ने जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी को एक गंभीर सुरक्षित घूर गड्डा, खलिहान की जमीन का प्रकरण से अवगत कराया। भल्लू रावत ने लिखित शिकायत में बताया कि, किठूरी गांव की गाटा संख्या 484 (सुरक्षित घूर, गड्ढा) और गाटा संख्या 485 (नवीन परती, खलिहान) पर अवैध रूप से कब्जा किया जा रहा है। आरोप है कि, गांव के ही बुद्धू, नौमी लाल, जोधे व धर्मराज पुत्र रामफेर द्वारा इन राजस्व भूमि पर पिलर डालकर निजी मकान का निर्माण कराया जा रहा है। पीड़ित का कहना है, कि इस संबंध में उन्होंने पहले 1076 पर कॉल कर शिकायत दर्ज कराई थी, और कई बार तहसील व जिला मुख्यालय पर भी शिकायत दिए, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। आरोप यह भी है कि, स्थानीय लेखपाल और कानूनगो की मिलीभगत से गाटा 484 में पिलर लगाकर टीन शेड रखवा दिया गया, जबकि गाटा 485 पर पहले से कई मकान बन चुके हैं। भल्लू रावत ने 29 सितंबर 2025 को उप जिलाधिकारी को भी शिकायती पत्र दिया था, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। उन्होंने निर्माण कार्य रुकवाने और जमीन को अतिक्रमण से मुक्त कराने की जोरदार मांग की है। इस संबंध में उप जिलाधिकारी अनुराग सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि शिकायत को गंभीरता से लिया गया है, और संबंधित हल्का लेखपाल व कानूनगो को निर्देशित किया गया है, कि राजस्व अभिलेख में दर्ज खलिहान व घूर गड्ढा की भूमि पर हो रहे अवैध निर्माण पर तत्काल रोक लगाई जाए, और वैधानिक कार्रवाई की जाए।