लखनऊ, पिकनिक स्पाट में हुई सर्राफ नरेश कुमार वर्मा की हत्या के मामले में गुडंबा पुलिस ने सोमवार को उनके दो पड़ोसियों को गिरफ्तार कर घटना का राजफाश कर दिया। पड़ोसी भाइयों ने पुरानी रंजिश के चलते वारदात को अंजाम दिया था। उन्होंने पहले नरेश के सिर पर पीछे से डंडा मारा था। इसके बाद चाकू से गोदकर उसकी हत्या कर शव जंगल में फेंक दिया था। इंस्पेक्टर गुडंबा फरीद अहमद ने बताया कि गिरफ्तार आरोपितों में हेमंत वर्मा और उसका भाई अनिल है। दोनों कल्याणपुर खत्री के रहने वाले हैं।इंस्पेक्टर ने बताया कि दोनों पक्षों में वर्ष 2013 से रंजिश चली आ रही है। हेमंत और नरेश के बीच झगड़ा हुआ था। झगड़े के दौरान हेमंत ने नरेश पर तेजाब फेंक दिया था। इस मामले में नरेश ने हेमंत के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। नरेश के परिवारीजन का आरोप है कि हेमंत ने कई बार धमकी भी दी थी। बीती 16 अगस्त की सुबह रोजाना की तरह नरेश मार्निंग वाक पर निकले तो पीछे से हेमंत और उसका भाई अनिल भी पिकनिक स्पाट पर पहुंच गया। नरेश टहल रहे थे। इस दौरान हेमंत ने पीछे से उनके सिर पर डंडे से तेज प्रहार किया। नरेश अचेत होकर गिर गए। नरेश के गिरते ही हेमंत और अनिल ने चाकू से उन पर हमला बोल दिया। चाकू से गोदकर हत्या कर दी और फिर शव को जंगल में फेंककर भाग निकले।20 अगस्त की शाम पिकनिक स्पाट पर लोग टहल रहे थे, तभी उन्हें झाड़ियों से दुर्गंध मिली। लोगों ने पास जाकर देखा तो वहां अर्धनग्न शव पड़ा था। लोगों ने जानकारी पुलिस को दी। पुलिस ने शव को झाड़ियों से निकलवाया। सूचना पर पहुंची नरेश की पत्नी पूनम ने शव की शिनख्त की। 16 अगस्त से नरेश लापता थें। थाने में उनकी गमुशुदगी भी दर्ज थी। नरेश के परिवार में उनके तीन बच्चे हैं। नरेश के भतीजे गौरव वर्मा शिव सेना में उत्तर प्रदेश के उप राज्य प्रमुख हैं।