(ख़बर दृष्टिकोण) बाराबंकी। प्रदेश सरकार की प्राथमिक स्कूलों के मर्जर के फैसले के खिलाफ आम आदमी पार्टी (आप) के कार्यकर्ताओं ने बुधवार को जोरदार प्रदर्शन किया और नगर के गन्ना दफ्तर पर सराकर की इस नीति के खिलाफ ज्ञापन सौंपा। आप जिला अध्यक्ष जुगराज सिंह ने कहा योगी सरकार द्वारा बिना सोचे समझे कानून का उल्लंघन करते हुए 16 जून को एक शासनादेश निर्गत किया गया हैं। जिसमें कहा गया है कि जो कम छात्र संख्या वाले परिषदीय विद्यालय हैं, उनको पास के बड़े विद्यालयों में मिला कर स्कूलों को बंद कर दिया जाएगा। एक तरफ योगी सरकार मदिरालयों को खोलने का रिकॉर्ड बना रही है। 2024 में 27308 मदिरालय खोले गये, वहीं दूसरी तरफ योगीराज में अब तक 26000 से अधिक विद्यालय बंद हो चुके हैं, और अब बच्चों के कम संख्या के बहाने 27000 और प्राथमिक विद्यालय बंद करने जा रही है। अब आप ही बताइए, कि उत्तर प्रदेश को क्या चाहिए, पाठशाला या फिर मधुशाला।
