(खबर दृष्टिकोण) बाराबंकी। विकास खंड रामनगर के ब्लॉक सभागार में पुण्यश्लोक अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती स्मृति अभियान के अंतर्गत एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य अहिल्याबाई होल्कर के महान जीवन, कार्यों और उनके द्वारा स्थापित मूल्यों को जन-जन तक पहुँचाना था। खंड विकास अधिकारी जितेंद्र कुमार ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि महाराष्ट्र के अहमदनगर में जन्मी अहिल्याबाई होल्कर ने अपने कुशल प्रशासन और परोपकारी दृष्टिकोण से मालवा को एक समृद्ध और संगठित राज्य में परिवर्तित किया। उन्होंने बिना किसी युद्ध के न्याय, धर्म और सेवा के माध्यम से राज्य चलाया। हर जाति, धर्म और समुदाय के साथ उन्होंने समान न्याय और सम्मान का व्यवहार किया, जो आज भी प्रेरणास्रोत है। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भाजपा के मंडल अध्यक्ष कमलेश शुक्ला ने कहा कि अहिल्याबाई अपने परोपकारी कार्यों के लिए जानी जाती हैं। उन्होंने देशभर में कई मंदिर, धर्मशालाएं और घाटों का निर्माण कराया। विशेष रूप से उन्होंने हिंदू धार्मिक स्थलों के संरक्षण और विकास पर बल दिया। ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि कमलेश अवस्थी ने अपने उद्बोधन में कहा कि अहिल्याबाई होल्कर का सपना था कि महिलाएं समाज में सशक्त भूमिका निभाएं। उन्होंने यह भी कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उस सपने को साकार करते हुए महिलाओं को समान अधिकार और सम्मान प्रदान कर एक स्वस्थ एवं समृद्ध समाज की नींव रखी है। अहिल्याबाई का जीवन संघर्ष, नारी शक्ति का प्रतीक है, और हमें उनके जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए। कार्यक्रम में राष्ट्रीय आजीविका मिशन के अंतर्गत कार्यक्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली महिलाओं को विशेष रूप से सम्मानित किया गया। यह आयोजन न केवल एक श्रद्धांजलि थी, बल्कि महिलाओं को प्रोत्साहित करने वाला और अहिल्याबाई होलकर के आदर्शों को समाज में पुनर्स्थापित करने का एक सार्थक प्रयास भी था। इस अवसर पर सहायक विकास अधिकारी अभय शुक्ला सहित विकासखंड के ग्राम पंचायत अधिकारी, कर्मचारी एवं आजीविका मिशन की सैकड़ों महिलाएं उपस्थित रही।
