खबर दृश्टिकोण मंसूर अहमद संवाददाता लखनऊ
मुठभेड़ के दौरान एक तस्कर के पैर में लगी गोली, चार अन्य भी दबोचे गए।
सर्विलांस टीम की मदद से गोसाईंगंज पुलिस ने शुक्रवार की रात मुठभेड़ के दौरान गौवंश की तस्करी करने वाले अंतर्जनपदीय गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार कर भेज दिया। पुलिस ने तस्करी में लगी ट्रक के साथ तस्करों के पास से एक स्वीफ्ट डिजायर कार व एक देसी तमंचा बरामद किया। पकड़े गए आरोपियों को पुलिस के जेल भेज दिया।
डीसीपी साउथ निपुण अग्रवाल ने बताया कि बीते पांच मई को पूर्वांचल एक्सप्रेस के पास एक ट्रक को पकड़ा गया जिसमे 20 मवेशी बंद थे। पुलिस को देख चालक मवेशियों से भरा ट्रक छोड़कर फरार हो गया था। पुलिस के मुताबिक इस घटना के खुलासे के लिए डीसीपी ने चार टीमें गठित की थी। सीसीटीवी फुटेज से मिले गाडियों के सुराग से पुलिस सर्विलांस टीम की मदद से आरोपितों तक पहुंच सकी। पुलिस ने बताया कि शुक्रवार की मध्यरात्रि में मुखबिर ने सूचना दी कि पशु तस्करी में प्रयोग की गई स्वीफ्ट डिजायर कार के साथ तीन अज्ञात लोग बेली गांव के अंडर पास के निकट खड़े है। जिन्हें घेराबंदी कर पकड़ने का प्रयास किया गया, तो शोएब उर्फ गैंडा द्वारा सामने से पुलिस पर फायर करना शुरू कर दिया। पुलिस की फायरिग में शोएब के पैर में गोली लगी। कार में दो अन्य साथी भी उसके सवार थे जिन्हें पीछा कर गिराफ्तार किया गया। पुलिस के बताया कि पकड़े गये अभियुक्त शोएब उर्फ गैंडा ग्राम मोहम्मदपुर थाना खतौली जिला मुजफ्फरनगर , हाल पता तारापुरी खुशहाल नगर जनपद मेरठ के रहने वाला है। जाबिर माता वाला हसनबाग थाना मंगलौर हरिद्वार, फैजान ग्राम बगरा थाना तितावी जिला मुजफ्फरनगर को गिराफ्तार किया। इंस्पेक्टर गोसाईंगंज के बताया कि पूछतांछ के दौरान उसमें दो साथी मुनीर आलम निवासी ग्राम तेजल हेड़ा थाना छपरा जिला मुजफ्फरनगर व फिरासत ग्राम करनपुर थाना मूढ़ापाण्डेय जनपद मुरादाबाद को गिराफ्तार कर जेल भेज गया।



