रिश्वत लेते पकडे गए लेखपाल के पक्ष में लामबंद हुए लेखपाल।
खबर दृष्टिकोण।
सरोजनीनगर। सरोजनीनगर में 2 दिन पहले रिश्वत लेते पकड़े गए लेखपाल के मामले में सरोजनीनगर तहसील के सभी लेखपाल लामबंद हो गए हैं। उन्होंने इस मामले को लेकर उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ की उप शाखा तहसील सरोजनीनगर के बैनर तले गुरुवार को तहसील परिसर में धरना देना शुरू कर दिया। संगठन अध्यक्ष सुधीर कुमार शर्मा के नेतृत्व में अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार करते हुए धरने पर बैठे लेखपालों का कहना है कि लेखपाल बिन्देश कुमार रावत को सतर्कता अधिष्ठान कर्मचारियों द्वारा फर्जी तरीके से पकड़ने की धमकी पहले ही दी गई थी। इसके बाद 31 दिसंबर को फर्जी तरीके से ट्रैपिंग की कार्रवाई की गई। उन्होंने इस मामले की मजिस्ट्रेटिक जांच कराने की मांग की है। लेखपालों का कहना है कि जाँच के बाद दोषी पाए जाने पर फर्जी केस में फंसाने वाली ट्रैपिंग टीम के विरुद्ध विधिक कार्रवाई की जाए। साथ ही घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे की वीडियो फुटेज सुरक्षित कराई जाए। उन्होंने बताया कि सतर्कता विभाग के कर्मचारी द्वारा गहरू क्षेत्र में अवैध प्लाटिंग की जा रही है। जिसमें शासकीय भूमि शामिल है। इसकी पूर्व में लिखित आख्या 21 दिसंबर को उक्त लेखपाल द्वारा उच्च अधिकारियों को दी जा चुकी है। उक्त शासकीय भूमि को तत्काल खाली कराया जाए और उस पर प्लाटिंग करने वाले दोषियों के विरुद्ध एंटी भू माफिया के तहत मुकदमा दर्ज कर लखनऊ विकास प्राधिकरण व रेरा को पत्र निर्गत किया जाए। धरने पर बैठे लेखपालों का कहना है कि लेखपाल बिन्देश कुमार रावत द्वारा सतर्कता अधिष्ठान के कर्मचारी को शासकीय भूमि पर प्लाटिंग करने से रोकने के कारण पूर्व में फर्जी ट्रैपिंग कर फ़साने की धमकी दी जा रही थी। इसकी सूचना पहले ही लेखपाल बिन्देश द्वारा सरोजनीनगर एसडीम को दी गई थी। लेकिन समय रहते कोई कार्रवाई नहीं की गई। यही वजह है कि अवैध प्लाटिंग करने वाला 31 दिसंबर को अपने दुष्प्रयोजन में सफल हो गया। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि इस मामले की उचित कार्रवाई की जाए, जिससे कि भविष्य में इस तरह की कोई फर्जी ट्रैपिंग की पुनरावृत्ति ना हो सके। उनका कहना है कि जब तक उनकी मांगों को नहीं माना जाएगा, तब तक सभी लेखपाल तहसील परिसर में धरना रत रहेंगे। इस मामले को लेकर संगठन की ओर से एक ज्ञापन भी एसडीएम को दिया गया। बताते चलें कि बीती 31 दिसंबर को सरोजनीनगर तहसील के लेखपाल बिन्देश कुमार रावत को एंटी करप्शन टीम ने एक किसान से 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था। अधिकारियों का कहना था कि यह रकम उक्त लेखपाल एक किसान से जमीन की पैमाइश करने के एवज में ले रहा था।