
बलिया में निषाद पार्टी की रथ यात्रा का भव्य स्वागत
खबर दृष्टिकोण।
लखनऊ। निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल “निषाद पार्टी” द्वारा संवैधानिक अधिकार यात्रा तेत्तीसवें(33वें) दिन बुधवार को जनपद बलिया पहुँची। जनपद में यात्रा निरीक्षण भवन से रेवती नगर पंचायत से सहातवार नगर पंचायत से केवरा बाज़ार से बांसडीह कचहरी (पद यात्रा) से बांसडीह में भारत रत्न डॉ भीम राव अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण से हालपुर से सुल्तानपुर चट्टी से मुड़ियारी (जनसभा) से सिन्दरपुर से बेलथरा रोड होते हुए जनपद मऊ के लिए यात्रा प्रस्थान किया।निषाद पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री डॉ संजय कुमार निषाद जी यात्रा का नेतृत्व कर रहे हैं। निषाद पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं प्रदेश सरकार कैबिनेट मंत्री डॉ संजय कुमार निषाद के नेतृत्व में संवैधानिक अधिकार यात्रा निकाली जा रही है। कैबिनेट मंत्री ने अपने सम्बोधन में देवरिया से बलिया आते हुए खजेरी थाना क्षेत्र में हुए क़ाफ़िले के सड़क हादसे पर बताया कि बीती रात संवैधानिक अधिकार रथ यात्रा जनपद देवरिया से जनपद बलिया के लिए प्रस्थान किया था, जनपद बलिया के खजेरी थाना क्षेत्र में यात्रा का एक वाहन अचानक सड़क पर आये जानवर को बचाने के चलते गाड़ी अनियंत्रित हो गई और नीचे खाई में गिर गई, हादसे में वाहन सवार पार्टी की महिला मोर्चा सदस्य घायल हुई हैं, जिनका प्राथमिक उपचार जनपद बलिया की सीएचसी व ज़िला अस्पताल में सीएमओ व सीएमएस की देख रेख में करवाया गया है, तत्पश्चात आज सुबह सभी घायलों को गोरखपुर में बेहतर उपचार के लिए रवाना कर दिया गया है। संजय निषाद इस घटना को अप्रत्याशित और अचानक जानवर आने के चलते हुई है, निषाद पार्टी सभी घायलों व उनके परिजनों के साथ खड़ी है, बेहतर उपचार के लिए गोरखपुर के बड़े निजी अस्पताल से कराया जा रहा है सभी के परिजनों को सूचित किया जा चुका है साथ ही सभी घायलों के उपचार का खर्च निषाद पार्टी वहन करेगी। संवैधानिक अधिकार रथ यात्रा निषाद समाज को धोखेबाज़ों से सावधान होने को लेकर ही निकाली जा रही है। निषाद समाज को पूर्व की सत्ताधारी पार्टियों ने पिछलग्गू और वोट बैंक समझकर राजनीति करने का काम किया है, किंतु अब निषाद समाज अपनी पार्टी और अपने बैनर के तहत आगे बढ़ रहा है।इस मौक़े पर मिठाई लाल केवट, कनक पांडेय, देवेंद्र निषाद, शिव नारायण निषाद, डॉ चंद्रमा कश्यप, हनुमान निषाद, राधे श्याम निषाद, स्वामी नाथ साहनी, श्रीप्रकाश सहनी, रूनी देवी, जनक नंदनी निषाद, सुमन निषाद आदि मौजूद रहे।