खबर दृष्टिकोण,
ब्यूरो डॉ0 ओ एन सरोज
बाराबंकी। जिला मुख्यालय पर सड़क से अतिक्रमण हटाने और वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था के लिए लाखों खर्च कर बैरिकेडिंग की गयी है कि दूर-दराज क्षेत्र से आने वालों को पार्किंग की असुविधा न हो। लेकिन जिलाधिकारी कार्यालय के मुख्य प्रवेश द्वार पर एकत्रित गंदगी और खुली नाली का मुहाना और पार्किंग की जगह पर दुकानदारों का कब्जा जिला प्रशासन और जिलाधिकारी बाराबंकी की नाक के नीचे व्यवस्था का मानक इतना बेहतरीन है तो आप अंदाजा लगा सकते हैं कि मुख्यालय से दूरस्थ प्रशासनिक व्यवस्था की क्या स्थिति होगी? जिलाधिकारी कार्यालय प्रवेश द्वार संख्या एक पर जिले की नगर पालिका परिषद नवाबगंज के अधिशासी अधिकारी और प्रशासन की लचर व्यवस्था जिलाधिकारी कार्यालय के सामने आने वालों और राहगीरों के लिए मुसीबत का कारण बन रही है। जिलाधिकारी कार्यालय के गेट के सामने छायादार जगहों पर पटरी दुकानदारों ने कब्जा कर रखा है। कब्जे की दादागिरी का आलम यह कि यदि भूल से भी कोई राहगीर गाड़ी रोक दे तो यह दुकानदार फौरन गाड़ी हटाकर कहीं और लगाने का फरमान देते सुनाई पड़ जाएंगे। उक्त प्रकरण के संबंध में जब नगर पालिका अधिशाषी अधिकारी से सम्पर्क करने की कोशिश की गई तो उनका पुराना रैवय्या फोन न उठाना बना रहा जबकि जिलाधिकारी कार्यालय के सीयूजी नम्बर पर सम्पर्क करने पर फोन तो उठ गया लेकिन बगैर पूरी बात सुने फोन काट दिया जाता है। अवैध अतिक्रमण पर यहां यह स्थिति है कि अभियान के महज घंटे-दो घंटे बाद ही पुनः स्थापित हो जाता है। जो जिला प्रशासन को नहीं दिखती और यदि कोई इसकी शिकायत करता भी है तो प्रशासनिक अमले द्वारा बहाने हजार की कहानी दोहरा दी जाती है। जबकि इन दुकानदारों के जबरन अतिक्रमण का आलम कचहरी आने वालों को खासकर कलेक्ट्रेट के गेट संख्या एक पर देखकर लगाया जा सकता है।