ख़बर दृष्टिकोण लखनऊ
लखनऊ। राजधानी के नगर निगम प्रशासन के आदेशों के क्रम में नगर में अवैध कब्जेदारों पर कार्यवाही एवं सरकारी भूमियों,संपत्तियों को कब्ज़ा मुक्त करवाये जाने के लिए लगातार सघन अभियान चलाए जा रहे हैं।इसी क्रम में करोड़ो रुपयों की विभिन्न सरकारी भूमि,संपत्ति, जो लंबे समय से कब्जे में थीं, उन्हें खाली करवाया जा चुका है और लगातार एक के बाद एक बड़ी कार्यवाहियों को अमल में लाते हुए शनिवार 22 करोड़ की सरकारी जमीन को कब्जा मुक्त कराया गया।
नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह के निर्देशानुसार नगर में अवैध कब्जेदारों पर कार्यवाही एवं सरकारी भूमियों,संपत्तियों को कब्ज़ा मुक्त करवाये जाने के लिए लगातार सघन अभियान चलाए जा रहे हैं।अभी तक करोड़ो रुपयों की विभिन्न सरकारी भूमि,संपत्ति, जो लंबे समय से कब्जे में थीं, उन्हें खाली करवाया जा चुका है और लगातार एक के बाद एक बड़ी कार्य वाहियों को अमल में लाया जा रहा है। उसी क्रम में आज जिस-जिस क्षेत्र में कार्यवाही हुई है। नगर निगम में निहित सरकारी भूमियों को अतिक्रमण मुक्त कराये जाने के अभियान के क्रम में ग्राम हरिहरपुर की खसरा संख्या 858/0.9020 हेक्टेयर एवं 209/0.1590 हेक्टेयर का उप जिलाधिकारी सरोजनीनगर सचिन वर्मा द्वारा चिन्हीकरण करने के उपरांत प्रभारी अधिकारी संपत्ति संजय यादव एवं तहसीलदार अरविंद पांडे के निर्देश के अनुक्रम में नायब तहसीलदार नीरज कटियार के नेतृत्व में नगर निगम लेखपाल सुभाष कौशल , अनूप गुप्ता, विनोद वर्मा, मनोज आर्या एवं लालता प्रसाद द्वारा उक्त गेटों पर पाए गए अस्थाई अतिक्रमण को जेसीबी मशीन द्वारा हटा दिया गया। उक्त अभियान में एसएचओ सुशांत गोल्फ सिटी अंजनी कुमार मिश्रा द्वारा उपलब्ध कराए गए पुलिस बल एवं प्रवर्तन टीम, नगर निगम की उपस्थिति में शांतिपूर्ण ढंग से कार्यवाही की गई।वही गाटा 209 में राज कुमार यादव द्वारा कथित पट्टे की आड़ में अतिक्रमण का खेल किया गया।जिसमें कई दुकानें बनाकर किराये पर उठाकर कारोबार किया जा रहा था तथा महेश चंद्र वर्मा द्वारा भी इस गाटे में आलीशान मकान एवं 10 से अधिक दुकाने बनाकर लाखों रुपये महीने किराया वसूल कर कारोबार किया जा रहा था।अतिक्रमण मुक्त कराई गई सरकारी भूमि का क्षेत्रफल लगभग 80 हज़ार वर्गफीट है। जिसकी कीमत लगभग 20 करोड़ रुपये आंकलित की गई है।वही संजय यादव प्रभारी अधिकारी सम्पत्ति एवं तहसीलदार अरविन्द कुमार पाण्डेय के निर्देश के क्रम में ग्राम-जेहटा, तहसील व जिला-लखनऊ की खसरा संख्या-1337, 1346, 1363, 1366 क्षेत्रफल क्रमशः 0.256 हे, 0.477 हे, 0.430 हे, 0.190 हे राजस्व अभिलेखों में बेहड, पानी के खातें में व नवीन परती के रूप में दर्ज भूमि पर भू-माफियाओं द्वारा किये गये। अवैध कब्जों को नायब तहसीलदार रत्नेश कुमार के नेतृत्व में लेखपाल सैफुल हक व अजीत तिवारी की उपस्थिति में क्षेत्रीय पुलिस बल व नगर निगम की ईटीएफ टीम के सहयोग से शांतिपूर्ण ढंग से 13,530 वर्गमीटर (1,45,637 वर्गफुट) भूमि से को कब्जा मुक्त कराया गया। जिसकी बाजारू कीमत लगभग रू0 22 करोड होगी।