ख़बर दृष्टिकोण उन्नाव संवाददाता अजीत कुमार यादव
उन्नाव: सरस्वती विद्या मंदिर इण्टर कालेज सिविल लाइंस मे आज जिला समन्वय समिति के तत्वावधान में “गुरु-शिष्य सम्बन्ध एवं गायत्री मंत्र से विद्यार्थियों को लाभ” “विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया।संगोष्ठी का शुभारंभ विद्यालय के प्रधानाचार्य अशोक कुमार शुक्ल ने दीप प्रज्वलित कर तथा राजेन्द्र प्रताप ने गुरु वंदना गीत गाकर किया।गोष्ठी को संम्बोधित करते हुए गायत्री परिवार के जिला समन्वयक नरेन्द्र सिंह ने कहा कि गुरु की कृपा से ही विद्या प्राप्त की जा सकती है।विद्या न तो दी जा सकती है और न ही दान में ग्रहण की जाने वाली वस्तु है।वह केवल गुरुकृपा से ही मिल सकती है।इसलिए हमें अपने जीवन लक्ष्य के लिए गुरु की शरणागत होना अति आवश्यक है।उन्होंने विद्या और शिक्षा के अंतर को संक्षिप्त रूप से बताते हुए कहा कि विद्या और शिक्षा दोनों एक ही सिक्के के दो पहलू हैं।शिक्षा हमें सांसारिकता का ज्ञान कराती है जबकि विद्या जीवन जीने का मार्गदर्शन करती है, विद्या तनाव से मुक्त करती है जबकि शिक्षा व्यक्ति को तनावग्रस्त करती है।विद्या गुरु की कृपा और साधना से प्राप्त होती है लेकिन शिक्षा कोई भी दे सकता है आदि।गोष्ठी को संबोधित करते हुए जिला सह समन्वयक एवं वरिष्ठ वकील राजेंद्र प्रताप सिंह यादव ने कहा कि गायत्री मंत्र के जप अनुष्ठान से व्यक्तित्व का परिष्कार होता है और वह प्रतिभासंपन्न बनता है।वह हर समय सन्मार्ग पर चलने के लिए उद्यत रहता है।श्री राजेन्द्र प्रताप सिंह यादव ने बताया कि समन्वय समिति की ओर से निःशुल्क गायत्री मंत्र लेखन की पुस्तिकाएं आप भैया-बहिनों को आचार्यों के माध्यम से उपलब्ध कराई जाएंगी, जिससे आप सभी का चौबीस हजार मंत्रों का एक अनुष्ठान संपन्न हो सकेगा। इस अवसर पर बहिन अनुष्काराज,अरुणिमा पाण्डेय एवं अभया क्षत्राणी की ओजस्वी गीतों ने उपस्थित भैया बहिनों एवं आचार्यों को तालियां बजाने पर विवश कर दिया।इस अवसर पर आचार्यगणों मे अरविन्द शर्मा, संतोष बाजपेयी ,सुशील कुमार श्रीवास्तव, मनोज जी, अरुणिमा जी, नम्रता शुक्ला सुनील यादव, शक्ति गुप्ता, अर्चना दीक्षित, राजकुमार शुक्ल, प्रज्ञा दीक्षित, प्राची सिंह कशिश शर्मा, मोहिनी बाजपेयी, तृप्ति शुक्ला, अमरेश शुक्ल, सुनील कुमार तिवारी उत्तम दीक्षित, रजनीकांत मिश्रा तथा डॉ०जगदीप निगम, आचार्य ओमप्रकाश पाल एडवोकेट आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
गोष्ठी का संचालन आचार्य संतोष कुमार बाजपेयी ने किया।आगंतुकों का आभार विद्यालय के प्राचार्य अशोक कुमार शुक्ल ने व्यक्त किया