मेडिकल क्लिनिक की आड़ में चल रहा मिनी हॉस्पिटल
ख़बर दृष्टिकोण:- जावेद खान
मोहम्मदी खीरी:- लगातार बढ़ रहे अवैध क्लीनिक व डग्गामार अस्पताल स्वास्थ्य विभाग का रवैया लगातर उदासीन और निंदनीय आखिर इनके विरुद्ध कार्यवाही क्यों नही की जा रही है आखिर क्या वजह है जो ये लोग गरीब भोली भाली जनता को बेबकूफ बनाकर धनउगाही का व्यापार बना रखा है ज्ञात हो कि दो दिन पूर्व डीआई के द्वारा बरबर रोड नरेंद्र रस्तोगी ब्रिक फिल्ड के पास माँ जानकी मैडिकल स्टोर को सीज किया था और वह खुल भी गया दूसरे दिन अब इसको क्या समझा जाए मोटी रकम या फिर नेता नगरी का जलवा ठीक उसी के बगल में माँ जानकी क्लीनिक ओपीडी के लिए खुला है जहाँ सूत्र बताते हैं कि डॉक्टर के नाम पर कुछ नही स्वास्थ्य विभाग को मूर्ख बनाया जा रहा है कि केवल ओपीडी होती है लेकिन सच तो ये है कि उसके अंदर मिनी अस्पताल चलता है 5 से 7 बेड का ,मरीजों को भर्ती कर उनसे मोटी रकम वसूल की जाती है जबकि हकीकतन आई पी डी एक एम बी बी एस के देख रेख में होती है अगर सबकुछ इन झोला छाप डॉक्टरों के द्वारा किया जाने लगे तो ये MBBS, MS, DGO आदि की डिग्रियां क्यों होती है जब सब कुछ स्टॉप नर्स या स्टॉप बाय ही अस्पताल खोलकर कर चलाने लगेंगे तब मेडिको लाइन का बेड़ा तो गर्क होगा ही,बहरहाल इन दिनों मोहम्मदी का स्वास्थ्य महकमा सवालों के घेरे में है सब कुछ जानता भी है स्वास्थ्य विभाग लेकिन मूक दर्शक बना है शायद सांठगांठ तगड़ी है।