पीजीआई में बैंक कर्मी की पत्नी का छीना गया था मोबाइल
खबर दृष्टिकोण |
लखनऊ |पीजीआई पुलिस ने महिला के साथ हुई मोबाइल लूट के मामले में गुरुवार रात बड़ी सफलता हासिल करते हुए चोरी की बाइक से मोबाइल छीनने वाले दो शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया है। दोनों बदमाश पहले भी संगीन मामलों में जेल जा चुके हैं वहीं एक बदमाश पीजीआई का पुराना हिस्ट्री शीटर है। पुलिस ने बदमाशों के पास से एक चोरी की बाइक और तीन मोबाइल फोन बरामद किए हैं।
पीजीआई थाना प्रभारी निरीक्षक ब्रजेश चन्द्र तिवारी ने बताया कि बुधवार रात वृंदावन के सेक्टर 18 में एक महिला के साथ मोबाइल लूट की घटना सामने आई थी। जब बैंक कर्मी अनमोल यादव की पत्नी पड़ोस से सामान लेकर पैदल घर जा रही थीं। इसी दौरान सन्नाटा देख एक बाइक से दो बदमाश आए और महिला का फोन छीनकर मौक़े से भाग निकले। जब तक महिला शोर मचा पाती तब तक बदमाश काफी दूर जा चुके थे। महिला के पति ने गुरुवार को पीजीआई थाने में लूट का मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने घटना की छानबीन शुरू की तो गुरुवार रात बदमाशों की लोकेशन डिफ़ेंस एक्सपो मैदान के पास मिली। मुखबिर की सूचना मिलते ही पीजीआई इंस्पेक्टर पीजीआई ब्रजेश चन्द्र तिवारी, एसआई विकास तिवारी, एसआई विजय पाल, हे कां रामू यादव, हे कां आशुतोष सिंह, कां सोनू सिंह दबिश देने पहुँच गए। वहीं मौका पाकर बदमाश उतरेटिया फ्लाई ओवर की तरफ निकल गए लेकिन पुलिस ने घेराबंदी कर दोनों बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए दोनों बदमाशों की तलाशी ली गई तो उनके पास से तीन मोबाइल फोन और एक बाइक बरामद हुई। बदमाशों ने बाइक नाका थाने से चुराई थी। पकड़े गए दोनों बदमाश राहुल टैक्सी उर्फ़ भूपेन्द्र सिंह और हिमांशु वर्मा पीजीआई थाना क्षेत्र के ही रहने वाले हैं और दोनों पहले भी जेल जा चुके हैं। राहुल टैक्सी पीजीआई का पुराना हिस्ट्री शीटर है, उसके खिलाफ आशियाना और पीजीआई थाने में लूट, गैंगस्टर के कुल 11 मुक़दमे दर्ज हैं जबकि हिमांशु के खिलाफ आर्म्स ऐक्ट में मुकदमा दर्ज हुआ था।
