सुमित अंतिल ने पेरिस पैरालंपिक 2024 में जैवलिन थ्रो में गोल्ड मेडल जीत लिया है। उन्होंने 70.59 मीटर का थ्रो किया और स्वर्ण पदक पर निशाना साधा। इससे पहले उन्होंने टोक्यो पैरालंपिक में भी गोल्ड जीता था। पिछले कुछ समय से वह बहुत ही अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। सुमित अंतिल पहले भारतीय जैवलिन थ्रोअर बन गए हैं, जिन्होंने पैरालंपिक में अपना गोल्ड मेडल डिफेंड किया है।
अपना ही रिकॉर्ड किया बेहतर
सोनीपत के 26 साल के विश्व रिकॉर्डधारी सुमित अंतिल ने अपना ही 68.55 मीटर का पैरालंपिक रिकॉर्ड बेहतर किया जो उन्होंने तीन साल पहले टोक्यो में बनाया था। उनका विश्व रिकॉर्ड 73.29 मीटर का है। इससे पहले निशानेबाज अवनि लेखरा अपना पैरालंपिक खिताब बरकरार रखने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी बनी। एफ64 वर्ग में वे खिलाड़ी होते हैं जिनके पैरों में विकार होता है। वे या तो कृत्रिम पैर के साथ खेलते हैं या उनके पैरों की लंबाई में फर्क होता है।
जैवलिन थ्रो के एफ 64 वर्ग में भारत के सुमित अंतिल ने गोल्ड जीता है, तो वहीं श्रीलंका के डुलान कोडिथुवाक्कू (67.03 मीटर) ने सिल्वर और ऑस्ट्रेलिया के मिचाल बुरियन (64.89 मीटर) ने ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया। सुमित के अलावा फाइनल में दो और भारतीय प्लेयर्स ने हिस्सा लिया था। इनमें संदीप चौधरी 62.80 मीटर थ्रो के साथ चौथे स्थान पर रहे। वहीं संदीप संजय सातवें स्थान पर रहे। उन्होंने 58.03 मीटर का थ्रो फेंका था।
जैवलिन के फाइनल में सुमित अंतिल के थ्रो:
पहला थ्रो- 69.11 मीटर
दूसरा थ्रो- 70.59 मीटर
तीसरा थ्रो- 66.66 मीटर
चौथा थ्रो- फाउल
पांचवां थ्रो- 69.04 मीटर
छठा थ्रो- 66.57 मीटर
PM मोदी ने दी बधाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि सुमित का असाधारण प्रदर्शन। पुरुषों की जेवलिन F64 स्पर्धा में स्वर्ण जीतने के लिए उन्हें बधाई। उन्होंने उत्कृष्ट निरंतरता और उत्कृष्टता दिखाई है। उनके आगामी प्रयासों के लिए शुभकामनाएं।