लखनऊ, । साइबर क्राइम यूपी की टीम ने सेवानिवृत सरकारी कर्मचारियों से करोड़ों रुपये हड़पने के दो आरोपितों को कोलकाता से गिरफ्तार किया है। इनमें गिरोह का सरगना प्रमोद मंडल और उसका साथी मंटू कुमार मंडल शामिल हैं। पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि सेवानिवृत सरकारी कर्मचारियों को फोन कर उनके खाते की जानकारी हासिल कर लेते थे। इसके बाद उनकी गाढ़ी कमाई अपने फर्जी खातों में स्थानांतरित कर लेते थे।एडीजी साइबर क्राइम राम कुमार के मुताबिक पुलिस पेंशन धारक महिला हेड कांस्टेबल एस्टरडीन से नौ लाख, उपनिरीक्षक राम लखन चौधरी व उदयवीर सिंह से 10-10 लाख रुपये की ठगी हुई थी। इसकी पड़ताल साइबर क्राइम थाना कर रही थी। छानबीन में सामने आया कि ठगी का गिरोह झारखंड का है, जो लोगों को झांसे में लेकर उनके खातों में सेंध लगा रही है। सर्विलांस के माध्यम से पड़ताल कर पुलिस टीम ने कोलकाता से प्रमोद मंडल व मंटू मंडल को दबोच लिया। पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि उन्होंने राजस्थान के अभिषेक राजपूत, महाराष्ट्र के जयंत मणिकर समेत तेलंगाना व यूपी के मीरजापुर, औरैया, हरदोई, वाराणसी और लखनऊ के अलावा अन्य जिलों के लोगों से भी रुपये हड़पे हैं। मंटू मंडल झारखंड के धनबाज चंदवा का रहने वाला है, जिसके खिलाफ स्थानीय कोर्ट ने कुर्की की नोटिस जारी की है।अब तक गिरोह ने पांच करोड़ 16 लाख रुपये हड़पने की बात कबूल की है। गिरोह में शामिल ठगों मितन मंडल, राहुल मंडल, विक्रम मंडल, मुकेश मंडल और सचिन मंडल की पुलिस तलाश कर रही है। गिरोह सेवानिवृत कर्मचारियों के का डाटा इंटरनेट से प्राप्त करते थे। इसके बाद उन्हें झांसे में लेकर आनलाइन ट्रांजेक्शन सुविधा हासिल कर अपना फर्जी नंबर रजिस्टर कर देते थे। इसके बाद लोगों के जीवन भर की कमाई को दूसरे खातों से स्थानांतरित कर लेते थे। इससे पहले लखनऊ की साइबर क्राइम सेल ने भी झारखंड के ही विजय मंडल उर्फ प्रमोद मंडल को उसके साथियों संग गिरफ्तार किया था।