लखनऊ माल रोड जेहटा में स्थित है लाइफलाइन हॉस्पिटल
आखिरकार इन झोलाछाप डॉक्टरों के ऊपर कब होगी कार्यवाही
ख़बर दृष्टिकोण लखनऊ।
आशीष कुमार सिंह विशेष संवाददाता
लखनऊ- सरकार स्वास्थ्य सेवा बेहतर करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। वहीं स्वास्थ्य महकमे के जिम्मेदार अफसरों की सांठगांठ से कस्बे में अवैध नर्सिंग होमों झोलाछापों की बाढ़ सी आ गई है। इस काम के लिए यह क्षेत्र पहले से सुर्खिंयों में है वहीं हर चौराहे पर बिना मानक, डिग्री के नर्सिंग होम अस्पताल,झोलाछाप क्लीनिक खोलकर भोली भाली जनता के जीवन से खिलवाड़ कर रहे हैं। ऐसा नहीं है कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को जानकारी नहीं है।लेकिन,जानकारी होने के बाद भी जिम्मेदार अंज्ञान इसलिए बने हैं कि वहां से उन्हें मोटी कमाई हो रही है। इसी का नतीजा है कि आए दिन ऐसे अस्पतालों और झोलाछापों के उपचार से किसी न किसी की जान जा रही है। पूर्व के दिनों में अवैध नर्सिंग होम, झोलाछाप अप्रशिक्षत डॉक्टरों की वजह से कई महिला, पुरुष बच्चों को अपनी जान गवानी पड़ी थी।
समाचार पत्र में खबर प्रकाशित होने पर पत्रकार को डॉक्टर सर्वेश गौतम ने दिया धमकी
आपको बता दें नर्सिंग होम पर लगातार खबरें प्रकाशित हो रही थी जिसमें की लाइफ लाइन हॉस्पिटल का भी नाम प्रकाश में आया था जिस पर झुझंलाए डॉक्टर सर्वेश गौतम ने पत्रकार को व्हाट्सएप कॉलिंग के जरिए पहले तो धमकाया और जब व्हाट्सएप्प कॉलिंग पर जी नहीं भरा फिर ऑडियो कॉलिंग के जरिए धमकाया कि यह खबर अगर प्रकाशित दोबारा हुई तो यह आपके लिए अच्छा नहीं होगा जिसकी रिकॉर्डिंग पत्रकार के फोन में अभी तक मौजूद है।
मैं दावे के साथ कह सकता हूं की डॉक्टर के इन कृत्यों को देखते हुए साफ पता चलता है की डॉक्टर के चोला की आड़ में खुलेआम मौत की दुकान तो खोले ही है। उसके बावजूद लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को दबाने का काम किया जा रहा है अस्पताल संचालकों के द्वारा अगर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की नींद अभी भी नहीं खुली तो भविष्य में संचालकों के द्वारा कोई बड़ी घटना को भी अंजाम दिया जा सकता है अब देखने वाली बात यह है होगी की लगातार एक सप्ताह से खबरें छापने के बावजूद आखिरकार अभी तक स्वास्थ्य विभाग सोया हुआ है वह कब जागेगा और ऐसे झोलाछाप डॉक्टरों के ऊपर कब तक कार्यवाही होगी यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा