खबर दृष्टिकोण |
लखनऊ| ग्राम्य विकास आयुक्त जीएस प्रियदर्शी ने बताया कि जनपद बाराबंकी के “भिलवल से मौलाबाद” मार्ग पर हुये निर्माण कार्य के वायरल वीडियो में दिखाई गयी कमियों की जांच मुख्य कार्यपालक अधिकारी उत्तर प्रदेश ग्रामीण सड़क विकास अभिकरण द्वारा करायी गयी है।
अधिशासी अभियंता यूपी आरआरडीए मायाराम गुप्ता
द्वारा मार्ग का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के समय
पीआईयू ,ग्रामीणअभियन्त्रण विभाग बाराबंकी के सहायक अभियंता एम के सिंह एवं अवर अभियंता राजेश कुमार व एस एन त्रिपाठी तथा ठेकेदार के प्रतिनिधि मौजूद रहे।बताया गया है कि कार्यस्थल पर एफडीआर बेस की चौड़ाई 5.65 मी0 से भी बाहर जाकर अधिक
चौड़ाई में बीसी का का कार्य कराया गया, जिसके कारण अतिरिक्त चौड़ाई में बी सी के नीचे सामी लेयर नहीं होने एवं डस्ट होने के कारण वीडियो में बी सी कार्य उखड़ा हुआ पाया गया। प्रस्तुत की गयी जांच आख्यानुसार प्रभारी अवर अभियंता मार्ग पर लेपन के समय उपस्थित नहीं रहे, जिसके लिए प्रशासनिक कार्यवाही किये जाने हेतु मुख्य कार्यपालक अधिकारी यूपी आर आर डी ए द्वारा निदेशक एवं मुख्य अभियंता ग्रामीण अभियंत्रण विभाग को निर्देशित किया गया है।सम्बन्धित सहायक अभियंता को चेतावनी देते हुए निर्देशित किया गया है वह एफ डी आर/ बी सी कार्य कराये जाने से पूर्व आवश्यक माप प्रभारी अवर अभियंता से सुनिश्चित कर लें तथा प्रत्येक दशा में स्वयं कार्यस्थल पर उपस्थित रहकर इन कार्यों को बी0 ओ0 क्यू0 के अनुसार विशिष्टयों के अनुरूप करायें। कार्य सम्पादन के दौरान सभी टेस्ट चेक करते रहें, जिससे कार्य की उच्च गुणवत्ता सुनिश्चित हो सके। कार्यकारी संस्था के सभी अभियंताओं को निर्देश दिए गए हैं कि निर्माणाधीन सभी मार्गों के सुपरवीजन पर विशेष ध्यान दें, जिससे उच्चकोटि एवं अच्छी गुणवत्ता के ग्रामीण मार्गों का निर्माण हो सके।