खबर दृष्टिकोण
ब्यूरो रिपोर्ट
सीतापुर। उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देश के अनुपालन में जनपद न्यायाधीश अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण मनोज कुमार तृतीय के निर्देशानुसार शुक्रवार को नरेन्द्र नाथ त्रिपाठी अपर जिला जज सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा वन स्टाफ सेन्टर का निरीक्षण किया गया।
उपरोक्त वन स्टाप सेन्टर के निरीक्षण के समय 3 बालिकायें उपस्थित मिली। ड्यूटी रोस्टर के अनुसार समस्त स्टाफ उपस्थित मिला एवं सेल्टर होम में साफ-सफाई सही पाई गयी एवं सेल्टर में उपस्थित बालिकाओं से वार्ता की गयी तो उन सभी के द्वारा बताया गया कि खाना इत्यादि समय से मिलता है। इसी क्रम अपर जिला जज सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा उपस्थित कर्मचारियों को साफ-सफाई पर अत्यधिक ध्यान देने के लिए निर्देशित किया गया तथा खाने पीने की वस्तुओं को भी समयानुसार व नियमानुसार देने के लिए निर्देशित किया गया। केन्द्र संचालिका द्वारा अवगत कराया गया कि एक बच्ची को जी.आर.पी. थाने द्वारा 10 दिवस पूर्व बरामद करके सेन्टर पर उसे दाखिल कराया गया है। तत्पश्चात जी.आर.पी. थाना द्वारा अभी तक कोई सम्पर्क किया गया है और न ही सम्बन्धित विवेचक दिये गये मोबाइल नम्बर पर फोन करने पर फोन उठाते है। सचिव द्वारा मामले के विवरण लेकर कार्यालय लिपिक को आदेशित किया गया कि वह सम्बन्धित से तत्काल पत्राचार करें।
इसी क्रम में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा संचालित सुलह समझौता केन्द्र में कार्यरत समस्त मध्यस्थ अधिवक्ताओं के साथ एक बैठक 3 बजे से आहूत की गयी। उक्त बैठक में मध्यस्थगणों की समस्याओं में अपर जिला जज सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा सुना गया और उनको आश्वस्त गया कि किसी भी प्रकार की कोई समस्या उत्पन्न होती है, तो वे उसे सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण को सीधे अवगत कराये। सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा उपस्थित समस्त मध्यस्थ अधिवक्तागण को आगामी राष्ट्रीय लोक अदालत 14 सितंबर 24 में अधिक से अधिक प्री-लिटिगेशन वादों को भी निस्तारित किये जाने के लिए वार्ता की गयी।
