हादसे में कोई नहीं हुआ हताहत
खबर दृष्टिकोण
महोली /सीतापुर। तहसील क्षेत्र की ग्राम पंचायत चितहला में रविवार को पानी भरते ही करीब पौने चार लाख रुपए की लागत से बनी पानी की टंकी भरभरा कर गिर गई। टंकी गिरने की सूचना पाकर नायब तहसीलदार मौके पर पहुंचे और जांच की। टंकी में पानी की क्षमता 10 हजार लीटर की थी। जल जीवन मिशन के तहत इसका निर्माण कराया गया था। रविवार को ही ट्रॉयल के दौरान टंकी को पूरी क्षमता के साथ पानी से भरा गया था।
ग्राम पंचायतों में शुद्ध पेयजल आपूर्ति के लिए जल जीवन मिशन के तहत पानी की टंकी का निर्माण कराया जा रहा है। चितहला के मजरा ककरहिया में भी दो बीघा भूमि पर पानी की टंकी निर्माण शुरू कराया गया था। अभी कुछ दिनों पहले ही पानी की टंकी बनकर तैयार हुई थी। गांव की लगभग तीन हजार की आबादी को टंकी से जलापूर्ति के लिए घरों तक पाइप लाइन भी बिछाई गई थी।
इस प्रोजेक्ट पर करीब 3 लाख 75 लाख रुपये खर्च किए गए। चितहला के प्रधान सुरेंद्र मिश्रा ने बताया कि पिछले तीन दिनों से टंकी में कम पानी भरकर ट्रॉयल किया जा रहा था। रविवार दोपहर नवनिर्मित टंकी में क्षमता के मुताबिक 10 हजार लीटर पानी भरा गया। पानी भरने के कुछ देर बाद ही नवनिर्मित टंकी अचानक भरभरा कर ढह गई।
टंकी का मलबा आसपास फैल गया। एकाएक पानी गिरने से आसपास जलभराव की स्थिति हो गई। वहीं अचानक टंकी गिरने से तेज आवाज सुनकर गांव के लोग भी डर गए। कुछ लोग मौके पर पहुंचे तो उन्हें पता चला। हालांकि, हादसे के समय आसपास कोई मौजूद नहीं था। इसलिए बड़ा हादसा टल गया। ग्रामीण मानक विहीन निर्माण का आरोप लगा रहे हैं।
