_पत्नी के बुलावे पर आये पत्नी के भाइयों ने पत्नी संग की जमकर पिटाई, पति की हुई मौत_
खबर दृष्टिकोण, जिला संवाददाता अतुल कुमार श्रीवास्तव
बाराबंकी। पति-पत्नी की आपसी कलह ने ले ली पति की जान, पत्नी के बुलावे पर आये पत्नी के भाइयों ने पत्नी संग की जमकर गुल्लू की पिटाई की और वहां से नौ दो ग्यारह हो लिए। मृतक गुल्लू और उसकी पत्नी सुमना में दारू पीने की बात को लेकर कहासुनी होने लगी बात बढ़ने पर सुमना ने अपने घर फोन कर अपने भाइयों को आने के लिए बोला। आनन-फानन में सुमना के तीन भाई देशऊ, पप्पू, छोटू पुत्र जगजीवन निवासी बासुपुरवा मौके पर पहुंचकर गुल्लू को इतना मारा की उसकी मौके पर ही मौत हो गयी। मृतक गुल्लू के ऊपर बूढ़ी मां तीन लड़के और दो लड़कियों की जिम्मेदारी थी, जो मजदूरी कर सभी का पेट पालता था। सूचना मिलने पर स्थानीय पुलिस ने शव का पंचनामा करवाकर बाॅडी पोस्टमार्टम के लिए जिला मुख्यालय बाराबंकी भेज दिया। थाना टिकैत नगर अंतर्गत सेखली पुरवा निवासी गुल्लू कल देर रात दारू के नशे में अपने घर पहुंचा तो उसकी अपनी पत्नी से कहासुनी होने लगी, कहासुनी के दौरान गुल्लू ने अपनी पत्नी को मारा-पीटा जिससे नाराज हो पत्नी सुमना ने अपने मायके में फोन करके अपने भाइयों को पूरी बात बताई, जिससे सुमना के भाई देशऊ, पप्पू, छोटू पुत्र जगजीवन निवासी बासुपुरवा, थाना टिकैत नगर आनन-फानन में अपनी बहन की ससुराल पहुंच गए और बहन के पति को मारने-पीटने लगे जिससे गुल्लू को काफी चोटें आई हैं जो उसके मृत शरीर को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है। आक्रोश में तीनों भाई गुल्लू को तब-तक पीटते रहे जब-तक गुल्लू की मौत नहीं हो गयी। सूत्रों की मानें तो हत्यारोपियों ने घटना क्रम को बदलने की नीयत से गुल्लू को उसके गमछे से बांधकर कमरे की छत में लगे हुक में लटका कर फरार हो गए। पानी भरने आयी एक लड़की की नजर जब खुले कमरे में गयी तो गुल्लू को लटका देखा, जिसकी सूचना जल्दबाजी में पड़ोसियों की दी गयी। भीड़ इकट्ठा होने पर उसकी पत्नी जब न दिखी तो उसको फोन कर जानकारी दी गई तो कुछ समय बाद पत्नी घर आ गयी।
मृतक की छोटी बहन मंजू पत्नी जगदीश छोटी बहन ने घटना की जानकारी टिकैत नगर पुलिस को देते हुए अपनी भाई के तीनों सालों के खिलाफ लिखित तहरीर दी है। मृतक के परिवार में उसकी बूढ़ी मां, दो बेटियां प्रिंकी व पूजा तथा तीन लड़के अमन रमन, कार्तिक के साथ पत्नी सुमना हैं, जबकि गुल्लू के पिता की मृत्यु लगभग डेढ़ साल पहले हो गयी थी। गुल्लू मजदूरी कर सभी का भरण-पोषण करता था। गुल्लू की मौत हत्या है या आत्महत्या यह पुलिस की तहकीकात से ही स्पष्ट हो पाएगा।