खबर दृष्टिकोण संवाद
जौनपुर । मामला विकासखंड जलालपुर के केराकत तहसील अंतर्गत बीबन मऊ गांव का है जहां निवासिनी मृतक विधवा महिलाओं ने जिलाधिकारी से पत्राचार करते हुए न्याय की गुहार लगाया कि साहब अभी मैं जिंदा हूं। जुगत जुगाड़ के दौर में भ्रष्टाचार आज शिष्टाचार बनकर रह गया है जिस कारण पीड़ितों की चीज पुकार आज गली, मोहल्ला, गांव से होकर न सिर्फ जिलाधिकारी के कानों तक पहुंच रही है बल्कि माननीय उच्च न्यायालय को भी हैरान और परेशान कर रही है। जिसके अंतर्गत स्वर्ग सिधार चुके स्वर्गीय श्रीराम और स्वर्गीय जयराम की विधवा पत्नियां 2 वर्ष पूर्व कागजों पर मृत दिखाकर रोक दी गई विधवा पेंशन की चमत्कारी और मायावी जुगाड़ से त्रस्त होकर जिलाधिकारी कार्यालय पर न्याय की गुहार लगाती नजर आई। कागजों पर मृतक हो चुकी उपरोक्त दोनों जीवित महिलाए साहब मैं जिंदा हूं जैसे पोस्टर लेकर न सिर्फ कानून व्यवस्था को शर्मसार कर रही हैं बल्कि भ्रष्ट तंत्र और भ्रष्टाचारियों के काले कारनामों को उजागर कर रही हैं जिसके अंतर्गत सरकार एक तरफ जहां जीरो टॉलरेंस नीति के साथ-साथ भ्रष्टाचार को पूरी तरह से समाप्त करने पर कटिबद्ध नजर आती है वहीं भ्रष्टाचारी खुलेआम सरकार की नीतियों को तार-तार कर सरकारी धन का खुला दुरुपयोग करते नजर आ रहे हैं जो चिंता के साथ-साथ जांच का भी विषय नजर आता है।