शरीर पर मिले चोट के निशान, हत्या का आरोप
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सरोजनीनगर । बंथरा थाना क्षेत्र में मंगलवार रात एक बुजुर्ग मजदूर का शव संदिग्ध अवस्था में सड़क किनारे पड़ा मिला। उसके सिर और शरीर पर कई जगह चोट के निशान थे। मृतक के परिजनों ने गांव के ही एक युवक पर हत्या का आरोप लगाया है। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर आरोपी व एक अन्य को हिरासत में ले लिया है। वहीं इस घटना से आक्रोशित मृतक के परिजनों ने ग्रामीणों के साथ मिलकर बनी – मोहन रोड पर जमकर प्रदर्शन भी किया। सूचना पाकर पहुंचे एसीपी कृष्णा नगर ने उन्हें समझा बुझाकर शांत कराया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
बंथरा थाना क्षेत्र के नानमऊ गाँव निवासी बुजुर्ग मजदूर मखोले गौतम (70) बीते दिनों गांव के ही सुनील कुमार रावत सहित कई अन्य लोगों के साथ वाराणसी में काशी विश्वनाथ के दर्शन करने गए थे। मंगलवार देररात करीब 2 बजे सुनील ने मखोले के घर पहुंचकर मखोले को सड़क किनारे मरणासन हालत में पड़े होने की जानकारी दी। यह जानकारी मिलते ही परिजन वहां पहुंचे और मखोले को उठाकर एक निजी अस्पताल ले गए। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बुधवार सुबह मृतक के परिजन शव लेकर बनी – मोहान रोड स्थित कंजाखेड़ा गांव के पास पहुंच गए और ग्रामीणों के साथ रोड पर शव रखकर प्रदर्शन करने लगे। उनका कहना था कि बीते दिनों उनके घर में हुई चोरी में चोरों की पहचान होने के कारण उन्होंने यह घटना अंजाम दी है। वहीं सड़क पर शव रखकर हो रहे प्रदर्शन की सूचना मिलने के बाद बंथरा पुलिस के अलावा बिजनौर, सरोजनीनगर और कृष्णा नगर पुलिस भी मौके पर पहुंची। प्रदर्शन कारियों को समझाने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं माने। बाद में एसीपी कृष्णा नगर विनय द्विवेदी ने आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आश्वासन देकर उन्हें शांत किया। इसके बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। उधर पीड़ित परिवार की ओर से सुनील के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस ने उसे और एक अन्य को हिरासत में ले लिया है। उधर घटना की जानकारी क्षेत्रीय विधायक राजेश्वर सिंह को हुई तो उन्होंने मृतक के बेटे से बातचीत कर परिवार को आर्थिक मदद के रूप में एक लाख रुपए देने के अलावा सुरक्षा के लिए पीड़ित परिवार के घर पर दो सिपाहियों की तैनाती कराने का आश्वासन दिया है।सड़क पर शव रखकर किए जा रहे प्रदर्शन के दौरान सुनील भी ग्रामीणों के साथ मौके पर पहुंचा था। लेकिन ग्रामीण उस पर हत्या का आरोप लगाते हुए टूट पड़े और उसकी जमकर पिटाई शुरू कर दी। उसे भीड़ से पिटता देख वहाँ मौजूद बंथरा की हरौनी पुलिस चौकी के सिपाही रामानंद ने सुनील को प्रदर्शन कारियों से बचाकर बंथरा थाने ले गया और हवालात में डाल दिया। सिपाही रामानंद द्वारा सुनील को थाने ले जाने पर ग्रामीण भड़क गये और उन्होंने सिपाही रामानंद पर सुनील को बचाने का आरोप लगा दिया। जबकि पुलिस का कहना है कि सिपाही रामानंद ग्रामीणों की पिटाई से बचाने के लिए ही सुनील को थाने लाकर हवालात में डाला था।मृतक मखोले जब सुनील के साथ वाराणसी में काशी विश्वनाथ के दर्शन करने गया था। तभी रविवार रात मखोले सहित गांव के कई अन्य लोगों के घरों में चोरी हुई थी। चोरी की घटना में मखोले के बेटे पप्पू ने सुनील के चचेरे भाई संजय कुमार और जितेंद्र सहित कुछ अन्य लोगों पर आरोप लगाते हुए पुलिस को उनके नाम बताए थे। उक्त नाम सुनने के बाद पुलिस तीन आरोपियों को थाने ले आई थी। लेकिन बाद में छोड़ दिया। मृतक के परिजनों ने आरोप लगाया कि जब वह थाने से छोड़े गए, तभी उन्होंने मखोले के बेटे पप्पू के घर में मर्डर करने की धमकी दी थी।