खबर दृष्टिकोण बाराबंकी
संवाददाता अतुल कुमार श्रीवास्तव
बाराबंकी। प्रतापगंज गांव मे अराजक तत्वों द्वारा पीपल वृक्ष के चबूतरे पर स्थापित शनिदेव की मूर्ति को खण्डित कर दिया गया। घटना की जानकारी होते ही पूरे इलाके में तनाव फैल गया। भारी संख्या में लोग मौक़े पर एकत्र हो गए। प्रशासन ने अराजक तत्वों पर कार्रवाई व नई प्रतिमा स्थापित करवाने का आश्वासन दिलाकर लोगों को शांत कराया।
प्रतापगंज गांव मे स्थित मंदिर परिसर में लगे पीपल के चबूतरे पर शनिदेव की मूर्ति स्थापित है। सनातन धर्म का धर्म का प्रचार करने के लिए हनुमान गढ़ी अयोध्या के बाबा बवंडर बीते एक सप्ताह से मंदिर पर रुके हुए हैं। सुबह जब मन्दिर की पुजारिन फुलझारा देवी शनिदेव की पूजा करने के लिए गई तो मूर्ति खण्डित थी। खंडित मूर्ति को देख पुजारिन एवं बाबा बवंडर ने प्रतापगंज के ग्राम वासियों को सूचित किया। मूर्ति तोड़े जाने की खबर फैलते ही इलाके में तनाव फैल गया, मौके पर एकत्रित ग्रामीण अराजक तत्वों के ख़िलाफ़ कार्रवाई की मांग करने लगे। सूचना मिलते ही पुलिस व प्रशासन के अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। मौके की नज़ाकत देखते हुए अधिकारियों ने अराजक तत्वों के ख़िलाफ़ कार्रवाई और नई प्रतिमा स्थापित कराने का आश्वासन देकर लोगों को शांत कराया। ग्रामवासियों की माने तो मंदिर के पीछे कुछ लोगों द्वारा प्लाटिंग का काम किया जा रहा है। पीछे जाने का रास्ता ना होने के कारण प्लाटिंग करने वालों की नज़र मंदिर की बेशकीमती ज़मीन पर है। प्लाटिंग करने वालों द्वारा मंदिर की ज़मीन कब्ज़ाने के उद्देश्य से मिट्टी भी डलवायी गयी है। ग्रामीण इस घटना को अवैध प्लाटिंग से जोड़कर भी देख रहे हैं। वही सफदरगंज थाना प्रभारी ने बताया कि अज्ञात के विरुद्ध मुकद्दमा दर्ज कर मंदिर के पास स्थित पंचायत घर में लगे सीसीटीवी कैमरे के ज़रिए अराजक तत्वों की तलाश की जा रही है।