वन समस्याओं में फारेस्ट रेंजर पर्यावरण की रक्षा में निभाते है महत्वपूर्ण भूमिका।
सुनील आनंद
संदना /सीतापुर। जिले के जंगली भू-भाग में वन्यजीवों,उद्यानों के साथ जैव विविधता की रक्षा करने वाले वन रेंजर्स और फारेस्टर ने कई खतरनाक रेस्क्यू कर जनसमुदाय के जानमाल की रक्षा की है। बुद्धवार को वन विभाग ने विश्व रेंजर्स दिवस पर वन सम्पदा की रक्षा करने वाले दिवंगत वन कर्मियों को याद किया।जनपद के बिसवां,महमूदाबाद,सिधौली,महोली,मिश्रिख वन रेंजों में मगरमच्छ,अजगर,सियार,तेंदुआ समेत बाघ के दो दर्जन बड़े रेस्क्यू को सफलता पूर्वक अंजाम देकर वन विभाग ने ग्रामीणों के जानमाल की रक्षा की।
विश्व रेंजर्स डे पर सेवानिवृत हुए वन क्षेत्राधिकारी मिश्रिख रेंज दिनेश चंद्र गुप्ता ने कहा इस मौके पर हमारी सेवानिवृत हुई है,जो हमेशा यादगार रहेगी। वन की रक्षा करने के लिए उन्होंने बताया यह दिन हमें याद दिलाता है कि वन्यजीव और प्राकृतिक संसाधन हमारे लिए कितने महत्वपूर्ण है।यह दिवस वन्यजीवों की रक्षा करने वाले रेंजरों के प्रयासों को सेलिब्रेट करने के उद्देश्य से मनाया जाता है। यह हमारे जंगलों और वन्यजीवों को बचाने के लिए संघर्ष करने वाले रेंजर्स के बलिदान को याद करने का भी दिन है। नैमिष की बगिया को माली की तरह प्यार करने की बात कही। वहीं आगरा से स्थानांतरण होकर आए सिकंदर सिंह यादव ने वन क्षेत्राधिकारी मिश्रिख रेंज का पदभार ग्रहण किया। वन दरोगा अनिल कुमार यादव,नीरज कुमार ,एस एन शुक्ला आदि समस्त स्टाफ मौजूद रहा।



