खबर दृष्टिकोण वसीम खान
बुलंदशहर जिलाधिकारी चन्द्र प्रकाश सिंह एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार द्वारा आरटीओ कार्यालय का औचक रूप से निरीक्षण किया। सरकार की ओर से जो सुविधायें आम लोगों के लिए दी जा रही है उसका सीधे लाभ आम जन को मिल रहा है या नहीं इसका भी सत्यापन किया गया। कार्यालय में लाईसेंस बनवाने, रजिस्ट्रेटशन, फीस जमा कराने इत्यादि अपने कार्य के लिए आये लोगों से भी वार्ता की गई। बताया गया कि आरटीओ कार्यालय में अधिकतर कार्य ऑनलाइन ही होता है। कार्यालय के पास में फोटो स्टेट की दुकान पर भी जांच करने पर कतिपय लोगों के फार्म जमा पाये गये, किन्तु फार्म जमा करने वाला कोई भी व्यक्ति मौके पर उपस्थित नहीं मिला। इसके साथ ही आरटीओ कार्यालय में मिलने वाले फार्म भी दुकान पर पाये गये। दोनों फोटो स्टेट संचालकों को पुलिस के हवाले करते हुए निर्देश दिये गये कि विस्तृत जांच की जाये ओर संबंधित फार्म जमा करने वाले व्यक्ति से भी वार्ता की जायें कि इनके द्वारा अनावश्यक रूप से लोगों का शोषण तो नहीं किया जा रहा है। एक फोटो स्टेट संचालक द्वारा जनसेवा केन्द्र का लाईसेंस होना भी बताया गया। चौकी इंचार्ज को निर्देशित किया गया कि इनके प्रपत्रों की जांच की जायें, यदि विधिक रूप से प्रपत्र सही पाये जाते हैं तो ठीक है अन्यथा संबंधित के विरूद्ध नियमानुसार कार्यवाही की जाये। जिलाधिकारी ने एआरटीओ प्रशासन को भी निर्देश दिये कि वह भी अपने स्तर से समय समय पर कार्यालय के आस पास निरिक्षण कर यह सुनिश्चित कराएं कि किसी भी प्रकार से बिचौलियों/दलाओं के माध्यम से लाईसेंस संबंधी कार्य कार्यालय में न हो। कार्यालय में किसी भी प्रकार से बिचौलियां/दलालों की एन्ट्री न हो। सरकार की मंशा के अनुरूप जो भी सुविधायें आम जन के लिए चलाई जा रही हैं उनका सीधा लाभ उन तक पहुंचाया जाये। कार्यालय के कार्यो में किसी भी प्रकार से बिचौलियों/दलालों का हस्तक्षेत्र नहीं होने पाये। यदि कोई भी बिचौलिया कार्यालय में पाया जाता है तो उसके साथ-साथ संबंधित की भी जिम्मेदारी नियत करते हुए कठोर कार्यवाही की जायेगी। पूर्ण पारदर्शिता के साथ आमजन के कार्यो को किया जाये।
