खबर दृष्टिकोण उन्नाव संवाददाता अजीत कुमार
सफीपुर ब्लाक क्षेत्र के शिक्षा मित्रों ने संगठित होकर मुख्यमंत्री सम्बोधित ज्ञापन खंड शिक्षा अधिकारी अनीता शाह को सौंपा और 7 सूत्री मांगों का एक पत्र दिया जिसमें किन परिस्थितियों से गुजर रहे हैं शिक्षा मित्र अपनी मांगे व दुखड़ा सुनाया।
दिए पत्र में बताया कि बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित प्राथमिक विद्यालयों में लगभग 1 लाख 48 हजार शिक्षामित्र 23 वर्षों से निरंतर निष्ठापूर्वक शिक्षण कार्य कर रहे हैं 25 जुलाई 2017 के माननीय सुप्रीम कोर्ट निर्णय के उपरांत शिक्षामित्रों के समक्ष उनके परिवारों पर भरण पोषण का संकट खड़ा हो गया इन्ही परिस्थितियों के कारण लगभग 8,000 शिक्षामित्रों की आकस्मिक दुखद मृत्यु हो चुकी है और लगभग 7 वर्षों से निरंतर मूलभूत सुविधाओं के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
शिक्षामित्रों के अपनी पहली मांग ये रखी कि अध्यादेश के माध्यम से शिक्षामित्रों को पुनः सहायक अध्यापक के पद पर पदस्थापित किया जाए। उक्त प्रक्रिया पूर्ण होने तक समान वेतन व समान सुविधाएं प्रदान की जाए दूसरी मांग ये रखी की महिला शिक्षा मित्रों को उनकी ससुराल के जनपद के विद्यालयो में स्थानांतरण पाने का अवसर दिया जाए तीसरी मांग रखी की जिले के अंतर्गत शिक्षामित्रों को उनके मूल विद्यालय/निकटतम विद्यालय में वापस होने का अवसर प्रदान किया जाए तथा मृतक शिक्षामित्रों के परिवार को यथोचित नौकरी/ आर्थिक सहायता प्रदान की जाए चौथी मांग ये रखी कि चिकित्सीय अवकाश कैशलेश चिकित्सा की सुविधा/आयुष्मान कार्ड की सुविधा प्रदान की जाए पांचवी मांग यह रखी कि महिला शिक्षामित्रों को सी0सी0एल0 की सुविधा के साथ अध्यापिकाओं के समान अवकाश की सुविधा प्रदान की जाए छठवीं मांग यह रखी कि आकस्मिक अवकाश 11 के स्थान पर 14 दिए जाएं और अर्द्धआकस्मिक अवकाश की सुविधा प्रदान की जाए एवं अध्यापकों के समान अवकाश प्रदान किए जाएं साथी मांग यह रखी की सेवा निवृत्ति की उम्र की 62 वर्ष कर बुढ़ापे की गुजारे हेतु पेंशन भत्ता दिया जाए।
खंड शिक्षा अधिकारी अनीता शाह ने बताया कि शिक्षा मित्रों ने अपनी समस्या को लेकर एक पत्र दिया है जिसको मुख्यमंत्री जी को भेजना है शाशन से जो भी आदेश मिलेगा उसका पालन किया जाएग