विद्युत दुर्घटना न हो पोल पर पॉलीथिन लगाए और ट्रांसफार्मर की बांस बल्ली से बैरिकेडिंग करें,
निर्बाध विद्युत आपूर्ति के लिए ट्रॉली ट्रांसफार्मर की व्यवस्था की जाए
कांवड़ यात्रा मार्गों और शिवालियों के पास मोबाइल टॉयलेट एवं मार्गों पर पड़ने वाले शौचालयों की साफ सफाई पर ध्यान देंगे
खबर दृष्टिकोण |
लखनऊ| श्रावण मास माह में आदि विश्वेश्वर भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना का विशेष महत्व है। सभी श्रद्धालु अपने आराध्य को प्रसन्न करने के लिए विभिन्न प्रकार से पूजा अर्चना करते हैं। इसी क्रम में लाखों श्रद्धालु भगवान शिव का गंगाजल से अभिषेक करने के लिए विभिन्न क्षेत्रों से कांवड़ लेकर चलते हैं | श्रद्धालुओं को कोई दिक्कत न हो इसके लिए प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा ने रविवार को देर रात 8 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग द्वारा कांवड़ यात्रा व आने वाले त्योहारों की सभी को हार्दिक शुभकामनाएं दी। श्रावण मास के पहले सोमवार से शुरू होने वाली कांवड़ यात्रा के निर्धारित मार्गो और शिवालयों पर विशेष प्रबंध करने के निर्देश नगर विकास एवं ऊर्जा विभाग के अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा की कांवड़ यात्रा मार्गों और शिवालयों के आस पास कहीं पर भी गंदगी न होने पाए, साफ सफाई के बेहतर प्रबंध किया जाए। कांवड़ यात्रा मार्गों और शिवालियों के पास स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति का भी प्रबंध किया जाए। कांवड़ यात्रा मार्गों और शिवालियों के आस पास रोशनी का आभाव न रहे, विद्युत आपूर्ति बाधित न हो, विद्युत् व्यवस्था सुदृढ़ रहे, विद्युत लाइन जर्जर और पोल झुके हुए न हो। ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में विद्युत व्यवस्था दुरुस्त रखें, विद्युत पोल, स्टेवायर, ट्रांसफार्मर सेफ्टी जाली में उतरने वाले करंट की नियमित जांच कराते रहें, स्थाई समाधान के लिए विद्युत पोल की अर्थिंग भी चेक कराए। स्ट्रीट लाइट के जंक्शन बॉक्स की भी जांच करें। जहां कहीं पर भी सड़क किनारे लाइन नीचे हो या सड़क के पास हो वहां पर विद्युत् दुर्घटना से सावधानी के बोर्ड भी लगाए। विद्युत लाइन को संपर्क करती हुई पेड़ों की शाखाओं की छटनी कराए। बिजली के स्पर्शाघात से कोई दुर्घटना न हो इसके सभी प्रबंध किए जाएं। कांवड़ यात्रा मार्गों और शिवालय क्षेत्रों में निर्बाध विद्युत आपूर्ति की जाए, निर्बाध विद्युत आपूर्ति के लिए ट्रॉली ट्रांसफार्मर की व्यवस्था की जाए। कावड़ यात्रा मार्गो में स्थापित शिविरों को समय से विद्युत कनेक्शन दिया जाए। सभी डिस्काम में मॉनिटरिंग के लिए 24 घंटे कंट्रोल रूम संचालित किया जाए। गंगा घाटों में भी बैरिकेटिंग लगाई जाए ताकि कोई भी गहरे पानी में न जाने पाए।
बरसात का मौसम है विद्युत पोल, ट्रांसफार्मर की सुरक्षा जाली, स्टेवायर आदि में करंट न उतरे इसकी निरंतर निगरानी की जाए। विद्युत पोल को पॉलीथिन से कवर करें, ट्रांसफार्मर की बांस बल्ली से बैरिकेडिंग करें। कावड़ यात्रा मार्ग में जहां कहीं पर भी विद्युत लाइन सड़क के पास हो या सड़क पार कर रही हो वहां पर विशेष सतर्कता बरते, जिससे दुर्घटना की संभावना न रहे। ग्रामीण क्षेत्रों में भी एसडीओ, जेई, लाइनमैन लगातार क्षेत्रों की जाकर निगरानी करेंगे। सर्वाधिक कावड़ यात्रा वाले 10 नगर निगमों में अयोध्या, मेरठ, गाजियाबाद, मुरादाबाद, प्रयागराज, वाराणसी, सहारनपुर, मथुरा, आगरा, लखनऊ तथा पांच नगर पालिका परिषदों में बागपत, मोदीनगर, मुरादनगर, गढ़मुक्तेश्वर, मुजफ्फरनगर के नगरीय निकायों और विद्युत् विभाग के अधिकारियों को विशेष प्रबंध करने तथा 24 घंटे सतर्क रहने के निर्देश दिए।