खबर दृष्टिकोण संवाद
फाजिलनगर /कुशीनगर । मामला विकास खण्ड फाजिलनगर के ग्राम पंचायत नाथापट्टी, लोहरवलिया, भानपुर की है जहां पूर्व में कार्यरत सचिव इम्तियाज अहमद को सबसे भ्रष्ट सचिव बताया जा रहा है। इन ग्राम पंचायतों से कुछ ग्राम सभा तो ऐसे हैं जिसमे बिना कार्य कराए ही लाखो का भुगतान कर दिए है। ग्राम पंचायत लोहरवलिया व नाथापट्टी में भी ऐसे कई मामले है जहां बिना कार्य कराए ही भुगतान कर दिए थे। ग्रामीणों के विरोध के बाद उन कार्य को पूरा कराया गया था। और भी ऐसे मामले है जहां पति-पत्नी दोनो को बिना जांच के ही कमीशन के चक्कर में शौचालय आवंटित कर दिए गए। 60 वर्ष से कम उम्र के लोगो को आधार स्कैनिंग कराकर वृद्ध पेंशन दे दिए है। नाथापट्टी मे पति के रहते पत्नि को विधवा पेंशन लगभग 7 वर्ष से दिलाने का कार्य करते आ रहे है।
जिस भी ग्राम सभा में इम्तियाज अहमद कार्यरत रहे है, सरकारी कर्मचारी के बजाय प्रधानों के गुलाम बन के रहते है। कमीशन का ऐसा नशा इनके ऊपर चढ़ा है की इन्हे पात्र अपात्र में अंतर नही दिख रहा है। कमीशन मिले तो बिना कार्य कराए ही लाखो का भुगतान कर देते है। इंतियाज अहमद के कार्यकाल में अपात्रों को भी कमीशन के चक्कर में आवास आवंटित कर दिया गया था जो आज भी अधूरा है। इनके पूर्व के ग्राम सभाओं का जांच जल्द शुरू होगी। अगर जांच हुआ तो इन पर कार्यवाही होना निश्चित है। इंडिया मार्का हेडपंप का बिना रिबोर कराए ही हर साल हजारों का भुगतान कर देते है। आज भी बहुत से हेडपंप के पानी पीने लायक नही है।
उक्त ग्राम सभाओं में सर्वे करने के बाद सच्चाई सामने आई है। सचिव इम्तियाज अहमद ने व्यक्तिगत लोगो के कराए सीसी कार्य पर भी लाखो का भुगतान कर दिया है। फाजिलनगर के खंड विकास अधिकारी से फोन से वार्ता करने पर उन्होंने बताया की मामला मेरे संज्ञान में नहीं है। अगर जिस भी ग्राम पंचायत से शिकायत मिलती है तो दोषी सचिव व प्रधानों के खिलाफ उचित कार्यवाही की जाएगी।