घटनास्थल पर पहुंचे आईजी रेंज तरुण गाबा
खबर दृष्टिकोण
महमूदाबाद/सीतापुर। रामपुर मथुरा थाना क्षेत्र में
बीते दो दिवस पूर्व शनिवार की सुबह थाना क्षेत्र के ग्राम पाल्हापुर में हुए नरसंहार के बाद आई पीएम रिपोर्ट ने पुलिस के दावे व जांच की दिशा पर प्रश्न चिन्ह खड़ा कर दिया। डीजीपी कार्यालय के हरकत में आने के बाद रविवार को सक्रिय हुई पुलिस ने परिजनों से लंबी पूछताछ की। इसमें आईजी तरुण गाबा के आने के बाद क्राइम ब्रांच व क्षेत्रीय पुलिस ने मृतक अनुराग के छोटे भाई अजित व उनकी पत्नी सहित मृतक के चाचा आरपी सिंह व उनके दोनों बेटों से थाने ले जाकर कड़ी पूछताछ की। जिसमें जानकारी मिली कि अजीत ने सभी 6 लोगो की हत्या किए जाने का अपना जुर्म कुबूल कर लिया। यह खबर गांव में भी आग तरह फैल गई। आज चुनाव के बावजूद गांव में बहुत रौनक नहीं रही। गांव में जगह जगह बैठे लोगों से बात करने पर बताया कि मृतक अनुराग सहित सभी 6 लोगो की हत्या छोटे भाई अजीत सिंह ने भले ही कुबूल कर लिया हो,किन्तु यह पूर्ण सत्य नहीं हो सकता। यदि पुलिस केवल अजीत को ही पूर्ण दोषी मानकर पूरी घटना की इतिश्री की जा रही है तो यह अन्याय हो सकता है। लोगो ने इस घटना को लेकर एक नई जानकारी देते हए कहा कि मृतक के पिता वीरेंद्र सिंह के दामाद मृतक के बहनोई कमलापुर निवासी अकलेंद्र सिंह और मृतक अनुराग से भी काफी मतभेद थे। ग्रामीणों ने बताया कि वीरेंद्र सिंह की मृत्यु के बाद अकलेंद्र सिंह और मृतक अनुराग से काफी विवाद और कई बार मारपीट भी हो चुकी थी। अकलेंद्र सिंह ने अनुराग से कहा था कि पिता वीरेंद्र सिंह की मृत्यु तुम्हारे द्वारा लगातार शराब के सेवन से चिंतित रहने से हुई है तुम आज के बाद इस घर में न दिखाई पड़ना। वहीं अजीत और अकलेंद्र सिंह की बहुत नजदीकी थी। लोगो का कहना है कि हत्या करने में कई लोग अवश्य शामिल रहे होंगे। किसी एक व्यक्ति के द्वारा इस घटना को कारित करना असम्भव है। आज भी मृतक के घर की गहन जांच पड़ताल फोरेंसिक लैब टीम के द्वारा किया गया। रविवार को गहन पूछताछ के लिए ले जाये गए अजीत सिंह उनकी पत्नी,आरपी सिंह व उनके दोनों बेटे तथा दोनों नौकर सर्वेश व वीरेश को भी ले गई थी। आरपी सिंह व अजित की पत्नी को देर सायं छोड़ दिया गया था,किन्तु आज पुनः अजीत की पत्नी को पुलिस ने पूछताछ के लिए ले गई।