तौहीद मंसूरी खबर दृष्टिकोण
मोहम्मदी-खीरी। सरकार शिक्षा के लिये चाहे जितनी भी सजग क्यो न हो जाए परन्तु शिक्षा विभाग में लगा भ्रष्टाचार का घुन खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। ऐसा ही एक मामला तहसील क्षेत्र के ग्राम नेवली में सामने आया है। ग्राम नेवली निवासी रामसनेही ने मुख्यमंत्री को सम्बोधित एक प्रार्थना पत्र उपजिलाधिकारी को सौपा है जिसमें कहा गया है कि उनके गांव के प्राथमिक विद्यालय के इंचार्ज प्रधानाध्यापक संदीप गौड़ द्वारा विद्यालय के बच्चो के भोजन की व्यवस्था मीनू के अनुसार न कर अपने अनुसार करायी जाती है विद्यालय में बच्चो की संख्या कम होते हुए भी विभागीय अभिलेखों में ज्यादा संख्या में बच्चे अंकित कर खाने के आने वाली धनराशि को निकाल कर हड़प लिया जाता है और विद्यालय की रंगाई-पुताई के लिए जो सरकार द्वारा प्रत्येक वर्ष जो बजट आता है उसमें भी इंचार्ज प्रधानाचार्य द्वारा मानक के अनुसार रगाई-पुताई न करवा कर सिर्फ खाना-पूरी करके फर्जी तरीके से बिल लगाकर पैसा निकालकर अपना खर्च चलाया जाता है। यही नहीं विद्यालय में तैनात इंचार्ज प्रधानाचार्य संदीप गौड़ कभी भी समय से विद्यालय नहीं आये जबकि विद्यालय में तैनात अन्य शिक्षक समय पर आ जाते है। वहीं रामसनेही ने यह भी आरोप लगाया कि उक्त विद्यालय में बच्चो को सही शिक्षा न प्रदान कर उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।