साहब जी मौन छोड़िए,करें कार्यवाही
अजय सिंह
सीतापुर। उत्तर प्रदेश सरकार का सख्त योगी आदित्यनाथ जी का नेतृत्व,तो दूसरी ओर तहसील प्रशासन की लचर कार्यशैली पर जनमानस ने एक गीत गुनगुनाया जा रहा है कि चल रहे बिना एनओसी ईंट भट्ठो पर रहमत…साहेब ए ठीक नही या कह सकते हैं कि इस लचर कार्यशैली पर तहसील प्रशासन का मजाक बनाना भी शुरू कर दिया है क्योंकि ऐसा हो रहा है जो नियमों से परे और उत्तर प्रदेश सरकार की कार्यशैली के विरुद्ध नियम को तोड़ते हुए यह ईट भट्ठे बराबर ताबड़तोड़ चल रहे हैं और सरकारी नियमों की दुहाई देने वाला प्रशासन इनके आगे बौना साबित हो रहा है जिससे जनमानस यह भी कहता नजर आ रहा है साहेब अब मौन तोड़ दीजिए, और नियम विरुद्ध चल रहे ईट भट्ठा पर कार्यवाही करिए परंतु इस पर अभी तक कार्रवाई न होना अब नजर यह आ रहा है की क्या प्रशासन की मिलीभगत शामिल है, नहीं तो इस तरह से शासन के नियमों की अनदेखी खुलेआम चल रही है, साहेब मौन हैं, तो कुछ कारण है।राजनीतिक दबाव को आम जनमानस नकार रहा है बातें यह हो रही हैं की इसमें ऐसा प्रतीत हो रहा है की शायद प्रशासनिक अमले से जुड़े अधिकारियों की सोची गयी रणनीति है,इसके तहत जेब भरो अभियान चल रहा है।अगर इन भट्ठो पर कार्यवाही हुई तो बाते यह हो रही हैं इनकम कहाँ से होगी,इसलिए समाचार पत्रों में हो रहे खुलासे इस बात की दस्तक हैं,कहीं न कहीं तहसील से प्रशासनिक अधिकारियों की इस में शह है जिनके दम पर ईंट भट्ठा सरकारी नियमों को तोड़ ने में कामयाब होते दिख रहे हैं? हालांकि सच्चाई क्या है भट्ठा मालिक किसकी ओट लेकर नियमों को तोड़ कर बिना पूर्ण दस्तावेजों के भट्ठे चला रहे हैं यह कहना मुश्किल है, परंतु यह दावे के साथ कहा जा सकता है की भ्रष्टाचार हो रहा है, शासन को ही संज्ञान लेना होगा ताकि जांच कर इसमें कार्यवाही की जा सके।इसपर कौन संज्ञान लेगा शासन या प्रशासन आगे आने वाला वक्त ही तय करेगा।…आगे