खबर दृष्टिकोण
ब्यूरो रिपोर्ट
सीतापुर। मछरेहटा थाना में तैनात दरोगा मनोज कुमार की मौत के मामले में मानवाधिकार आयोग ने पुलिस अधीक्षक को नोटिस जारी करते हुए जांच के आदेश दिए हैं। तथा 15 मई तक जांच रिपोर्ट सौंपने को कहा है । उक्त मामले की शिकायत इलाहाबाद हाईकोर्ट के अधिवक्ता डॉ. गजेंद्र सिंह यादव ने मानवाधिकार आयोग में दर्ज कराई थी तथा उच्च स्तरीय जांच की मांग की थी । ज्ञात हो कि सीतापुर के मछरेहटा थाने में तैनात दरोगा मनोज कुमार ने अपनी सर्विस रिवॉल्वर से सीने में गोली मार ली, जिससे दरोगा की मौत हो गई। घटना के कारणों का पता नहीं चल पाया था। फतेहपुर जिले के कल्याणपुर थाने के जलाल गांव निवासी मनोज कुमार पुत्र राम अवतार मछरेहटा के हल्का नंबर चार में तैनात थे। शुक्रवार सुबह सवा दस बजे थाना परिसर में मुख्य भवन के पीछे सर्विस रिवॉल्वर से सीने में गोली मार ली। गोली की आवाज सुनकर थाने के पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे तो सिपाही मनोज कुमार खून से लथपथ पड़े थे। उनके दाहिने हाथ में रिवॉल्वर थी। साथी पुलिसकर्मी दरोगा को पास के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए, जहां से उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। जिला अस्पताल में दरोगा को मृत घोषित कर दिया गया। इमरजेंसी में तैनात चिकित्साधिकारी डॉ. इंद्रेश्वर वर्मा ने बताया कि अस्पताल पहुंचने से पहले ही दरोगा की मौत हो चुकी थी। आरोप है कि थानाध्यक्ष राज बहादुर रुपये की मांग कर रहे थे। उनके इस कार्य से पूरा थाना परेशान था। थाने के अबू हादी, शाने आलम, रंजीत यादव और सुनील रुपये वसूल कर थानाध्यक्ष को देते थे। ईमानदार कर्मचारी का कोई सम्मान नहीं था। उक्त लोग फर्जी मुकदमे में फंसाकर वसूली का दबाव बनाते थे और न करने पर अभद्र टिप्पणी करते थे।अतः अधिवक्ता ने मामले की जांच कर उचित कार्रवाई और पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता प्र
दान की जाने की मांग करते हुए मामला मानवाधिकार आयोग में दर्ज कराया था ।