सीतापुर।पुलिस अधीक्षक द्वारा थाना मिश्रित अंतर्गत 29 मार्च को सिधौली-मिश्रित रोड पर ग्राम रूपपुर केसरीपुर गांव जाने वाले मार्ग पर स्थित झाड़ियों में एक बोरे में बंद महंत मनीराम दास पुत्र सियाराम निवासी ग्राम गिरधरपुर थाना बेनीगंज जनपद हरदोई का शव मिलने के संबंध में पंजीकृत मुकदमा में टीमों का गठन कर गहनतापूर्वक विस्तृत जांच,प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर संलिप्तों की शीघ्रातिशीघ्र गिरफ्तारी सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया गया था।अपर पुलिस अधीक्षक दक्षिणी डॉ0 प्रवीन रंजन सिंह के निकट पर्यवेक्षण व क्षेत्राधिकारी मिश्रित राजेश यादव के नेतृत्व में 31 मार्च को थाना मिश्रित व स्वॉट संयुक्त पुलिस टीम द्वारा 84 कोसीय एवं पंचकोसीय परिक्रमा में आए महंत मनीराम दास की हत्या की घटना का सफल अनावरण करते हुए संकलित साक्ष्यों के आधार पर प्रकाश में आए संलिप्त अभियुक्तगण अभियुक्ता गंगादेई उर्फ छोटी बिटिया पत्नी स्व0 छंगालाल सोनू पुत्र स्व0 छंगालाल निवासीगण ग्राम भूड़पुरवा थाना मिश्रित को मिश्रित- सिधौली मार्ग पर भुड़पुरवा मोड़ से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। जिसकी निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त आलाकत्ल एक बांका व एक हसिया बरामद कर लिया गया है। मृतक महंत मनीराम दास जो 84 कोसीय एवं पंचकोसीय परिक्रमा मिश्रित आए थे। वापस घर नहीं पहुचने पर 26 मार्च को मृतक का भतीजा टाई पुत्र आत्माराम निवासी ग्राम गिरधरपुर थाना बेनीगंज जनपद हरदोई द्वारा प्राप्त तहरीर पर थाना स्थानीय पर गुमशुदगी पंजीकृत की गयी थी। काफी तलाश के बाद 29 मार्च को सिधौली-मिश्रित रोड पर ग्राम रूपपुर केसरीपुर गांव जाने वाले मार्ग पर स्थित झाड़ियों में एक बोरे में बंद महंत मनीराम दास का शव मिलने पर गुमशुदगी को उपरोक्त में तरमीम कर अभियोग की विवेचना में प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर महंत उपरोक्त की हत्या अभियुक्ता गंगादेई उर्फ छोटी बिटिया व सोनू उपरोक्त द्वारा करना प्रकाश में आने पर दोनों को गिरफ्तार किया गया है। अभियुक्ता गंगादेई व मृतक मंहत उपरोक्त के मध्य काफी समय से अवैध संबंध थे। मृतक मंहत उपरोक्त झाड़ फूंक एवं तांत्रिक का भी काम करता था। करीब 1 वर्ष पूर्व गंगा देवी की पुत्री विनीता सोनू के साले की पत्नी सचिन के साथ चली गई थी एवं वर्तमान समय में वही रह रही है इसके अतिरिक्त गंगादेवी के पुत्र सोनू की पत्नी लक्ष्मी भी घर से चली गई थी। इन सब बातों से गंगादेवी व उनका परिवार समाज में अपमानित महसूस करते थे तथा गंगादेवी की पुत्री विनीता व बहू लक्ष्मी का घर से चले जाने का कारण भी मृतक मंहत मनीराम द्वारा की गई तंत्र विद्या को मानते थे। इसके अतिरिक्त महंत मनीराम द्वारा गंगादेवी के साथ बार-बार अवैध संबंध बनाने को लेकर गंगादेवी व उसके पुत्रों द्वारा भी विरोध किया जाता था इसी बात के रंजिशन महंत की हत्या किये जाने के तथ्य प्रकाश में आये हैं। अभियुक्ता व अभियुक्त की निशादेही पर घटना में प्रयुक्त आलाकत्ल एक बांका व एक हसिया बरामद कर गिरफ्तार अभियुक्ता व अभियुक्त को जेल भेज दिया गया है।