वन विभाग की सह पर लकड़ी माफिया हरे भरे आम और नीम सहित प्रतिबंधित प्रजाति के बृक्षों को खुले आम काट कर बना रहे रेगिस्तान ।
खबर दृष्टिकोण
मिश्रित/ सीतापुर । वन विभाग सहित जिले के आला अधिकारी भले ही वृक्षारोपण के लिए लोगों को प्रेरित कर रहे हों । लेकिन वन रेंज मिश्रित में तैनात अधिकारी व कर्मचारी इस धार्मिक क्षेत्र में फलदायी व अन्य प्रतिबंधित प्रजाति के हरे भरे वृक्षो खुले आम को कटाकर प्रदेश शासन को मुंह चिढ़ा रहे है । आप को बता दें कि मिश्रित वन रेंज क्षेत्र के ग्राम आंट और मीरापुर गांव के बीच में स्थित भगवान तुरन्तनाथ महादेव प्रचीन मंदिर के पास राधाकृष्ण पुत्र श्यामलाल आदि सभी भाइयों की बाग गाटा संख्या 953 0.567 हेक्टेयर स्थित थी । जिसमें 50 भारी भरकम आम के वृक्ष व 30 नीम , शीशम , जामुन के वृक्ष खड़े थे । बीते दिवस लकड़ी माफिया नजर नामक ठेकेदार ने कलमी वृक्षों के नाम पर प्रभागीय वन निदेशक को फर्जी प्रार्थना पत्र देकर बिना परमिट निर्गत कराए ही दो दिन में खुले आम कटाकर साफ करा दिया । जब कि इस बाग में लग भग 30 वृक्ष नीम और शीशम के खड़े थे । लकड़ी माफिया ठेकेदार नजर ने दो नीम व तीन शीशम के वृक्ष बिना परमिट के कटाकर साफ कर दिया । ठेकेदार नजर द्वारा मिश्रित नैमिषारण्य क्षेत्र में हरे भरे फलदार व प्रतिबंधित प्रजाति के वृक्षों को खुले आम कटाकर इस धार्मिक क्षेत्र को रेगिस्तान बनाने पर तुले हुए हैं । वन विभाग के अधिकारी व कर्मचारी सब कुछ जान कर भी अंजान बने हुए है । इस सम्बंध में रेंजर दिनेश गुप्ता से बात की गई तो उन्होने बताया है कि कलमी आम के 50 वृक्षों का परमीशन दिया गया है । अन्य नीम व शीशम और जामुन आदि के वृक्षों का परमीशन नही दिया गया है । अगर मौके पर कलमी की जगह तुकमी आम के वृक्ष है । और शीशम नीम के वृक्षों को काटा गया है तो मौके की जांच कराकर ठेकेदार नजर के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जाएगी ।