ठेकों के बाहर लगे बोर्ड केवल दिखावा साबित हो रहे हैं
रिपोर्ट गंगा चरण
ख़बर दृष्टिकोण लखनऊ।
बाराबंकी देसी शराब अंग्रेजी बियर की दुकानों पर धड़ल्ले से नाबालिकों को शराब बिक्री पर प्रतिबंध है प्रशासन के आदेश अनुसार सार्वजनिक स्थान पर शराब पीना वर्जित है लेकिन रोड पर ही दारू पियक्कड़ का जमावड़ा लग जाता है बोर्ड लगे हैं केवल खाना पूर्ति के लिए किसी भी वर्दी धारी को शराब देना वर्जित है लेकिन फिर भी यह कार्य हो रहे हैं कम आयु वाले को मदिरा नहीं देनी चाहिए लेकिन फिर भी बिक्री हो रही है यह आलम क्षेत्र के बाराबंकी नाका रसौली चौराहों का है जिससे ठेकेदारों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं और जनमानस अंधेरे की ओर जा रहा है जिसमें लाइसेंस धारकों द्वारा प्रशासन के आदेशों की धज्जियां उड़ाते हुए मनमानी कर रहे हैं सतरिख निवासी तारकनाथ कनौजिया पीड़ित ने बताया कि मेरा बेटा उम्र 17 वर्ष है मैंने कई बार मना किया कि इसको मदिरा ना दी जाए लेकिन फिर भी दिया गया क्षेत्र के विभिन्न चौराहों पर देसी बियर व अंग्रेजी ठेकों पर यह सिलसिला जारी है चंद्र पैसों के लालच में प्रशासन के आदेशों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं