आलमबाग I
उत्तर प्रदेश में एंबुलेंस सेवा बाधित कर लखनऊ के आलमबाग स्थित इको गार्डन में 6 सूत्री मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे एंबुलेंस कर्मचारियों नेतृत्व कर रहे ग्यारह एएलएस कर्मचारियों के खिलाफ के खिलाफ आशियाना कोतवाली में मंगलवार को जीवीके इएमआरआई के वाइस प्रेसीडेंट की तहरीर पर आपातकालीन सेवाओं को बाधित करने व एस्मा एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है I
आसियान क्षेत्र के पावर हाउस चौराहे पर स्थित सेवा प्रदाता कंपनी जीवीके इएमआरआई द्वारा एएलएस एंबुलेंस कर्मचारी हनुमान पांडेय, सुशील पांडेय, अभिषेक मिश्रा, बृजेश कुमार मिश्रा, शरद यादव, सलिल अवस्थी, सुनील सचान, मधुर मिश्रा, राघवेंद्र तिवारी, रितेश शुक्ला एवं दिनेश कौशिक के विरुद्ध कर्मचारियों को भड़काने, सरकारी सेवाओं में बाधा उत्पन्न करने एवं कोविड प्रोटोकाल के उल्लंघन की धाराओं सहित सहित एस्मा एक्ट के तहत आशियाना कोतवाली में मुकदमा पंजीकृत कराया गया। जीवीके इएमआरआई के सीईओ टीवीएसके रेड्डी द्वारा दिए गए तहरीर में कहा गया है कि जीविके कम्पनी प्रदेश में कई वर्षों से उ० प्र० सरकार की एम्बुलेंस सेवा 108, 102 व एएलएस का संचालन कर रही है। इसी क्रम में एएलएस एंबुलेंस सेवा के संचालन हेतु सरकार द्वारा नई कंपनी के चयन के बाद एएलएस कर्मचारियों द्वारा नई कंपनी में नियोजन के मामले को स्पष्ट करने के लिए मांग उठाई जाती रही है। जिसे लेकर पिछले 3 दिनों से एंबुलेंस कर्मचारी प्रदर्शन कर रहे हैं परंतु 26 जुलाई से इन कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार व हड़ताल कर 102 व 108 एंबुलेंस सेवा को ठप्प कर दिया।
इसी क्रम में 26 जुलाई को निदेशक एनएचएम अपर्णा उपाध्याय से इन कर्मचारियों के प्रतिनिधि मंडल की वार्ता भी हुई और नई सेवा प्रदाता कंपनी जिगित्सा हेल्थ केयर और एम्बूलेंस कर्मचारी यूनियन के मंध्य लंबी वार्ता के बाद समझौता भी हो गया था। यूनियन के पदाधिकारियों ने शासन आश्वस्त भी कर दिया था की 26 जुलाई की रात से हड़ताल समाप्त कर एंबुलेंस सेवाएं शुरू कर दी जाएंगी। किंतु यूनियन के पदाधिकारियों ने हड़ताल व कार्य बहिष्कार वापस नहीं लिया और 27 जुलाई को भी एंबुलेंस सेवा को बाधित रखा। जिसके कारण प्रदेश के लोगों एंबुलेंस सेवाएं नहीं मिल पाई। वही यूनियन के नेताओं द्वारा लगातार कर्मचारियों को भड़काया जाता रहा।
जीवीके इएमआरआई के वाइस प्रेसिडेंट टीवीएसके रेड्डी की तहरीर पर यूनियन के ग्यारह कर्मचारियों के विरुद्ध आशियाना कोतवाली में कई गंभीर धाराओं सहित एस्मा एक्ट के तहत मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है। जीव के कंपनी द्वारा इन कर्मचारियों के विरुद्ध दर्ज हुए मुकदमे प्रतिलिपि मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण उत्तर प्रदेश लखनऊ, अपर मुख्य सचिव गृह उ०प्र०, मिशन निदेशक एनएचएम उ० प्र०, सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण उत्तर प्रदेश, महानिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य उत्तर प्रदेश, महानिदेशक परिवार कल्याण उत्तर प्रदेश सहित लखनऊ पुलिस कमिश्नर को भेजी गई है।
वही एंबुलेंस कर्मचारी यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष हनुमान पांडेय के मुताबिक कंपनी द्वारा उनके ऊपर फर्जी मुकदमा दर्ज कराया गया है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों एवं कंपनी के अधिकारियों द्वारा उन पर हड़ताल वापस लिये जाने का दबाव बनाया जा रहा था।
