खबर दृष्टिकोण
रोहितसोनी जालौन
उरई। जनपद की राजनीति सदभाव पूर्ण माहौल के लिए पहचानी जाती थी। यहां पर राजनीतिक प्रतिद्वंदता रही, लेकिन राजनीतिक दुश्मनी कभी नहीं। एक बाहरी व्यक्ति आकर मेरे जिले के राजनैतिक माहौल को दूषित करने का काम कर रहा है। मेरे खिलाफ लगातार षड़यंत्र किए गए इस बार वह जेल भेजने में सफल हो गए। ब्राह्मण महापंचायत में एक व्यक्ति विशेष की ओर से दो जातियों के लिए दिया गया विवादित बयान भी उसी का हिस्सा रहा। महापंचायत मेरे लिए हुई थी लिहाजा में माफी मांगता हूं। यह बात जेल से बाहर आने के बाद पूर्व ब्लाक प्रमुख सुदामा दीक्षित ने अपने आवास पर बुलाई प्रेस कांफ्रेंस में कही।
राजनैतिक ताने बाने के शिकार हुये पूर्व ब्लॉक प्रमुख सुदामा दीक्षित गुरुवार को अपने आवास क्षीरसागर में प्रेस के समक्ष रूबरू हुये। इस दौरान उन्होंने अपनी जेल यात्रा और जिले की भटकती राजनीति पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि समाज की बेहतरी के लिए स्वस्थ राजनीति की जरूरत है मगर लोग भटक रहे हैं। उन्होंने कहा इस जनपद में पहले कभी राजनीति में शत्रुता का भाव देखने को नहीं मिला। राजनीति में प्रतिद्वंदता तो होनी चाहिए मगर शत्रुता नहीं। उन्होंने इशारों में ही कहा कि पूरा जनपद यह जान चुका है कि मुझे जेल भेजन के पीछे कौन है तथा उसका मकसद क्या है। जिले की जनता सब जान रही है इसका जबाब चुनाव में जनता अवश्य देगी। बाहरी व्यक्ति जिले की राजनीति को दूषित करने का काम कर रहा है उसके मंसूबों को जिले के लोग सफल न होने दें। पूर्व ब्लाक प्रमुख सुदामा दीक्षित ने कहा उन्हें साजिशन जेल भेजा गया उसके बाद उनके समर्थकों पर भी इसी तरह के षणयंत्र कर फर्जी मामले दर्ज किए गये। मगर मेरी तरह वह भी डरे नहीं, तमाम प्रकार से उत्पीड़न किया गया। पुलिस के माध्यम से डराया धमकाया गया। राजनीति के स्तर को इतने नीचे गिराकर जिन लोगों ने मुझे और मेरे लोगों को कमजोर करने का प्रयास किया वह उसमें असफल हो गए। साजिश करने वालों ने न केवल बाहर बल्कि जेल में भी अपनी मनमानी करने के तमाम प्रयास किये।
मेरे जो लोग संकट के दौर में मेरे साथ खड़े रहे उनके प्रति मेरी कृतज्ञता सदैव रहेगी। ऐसे सभी लोगों के प्रति अपना आभार प्रकट करने के लिए एवं उनके परिवार का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए विजयदशमी के दिन से एक माह तक जन आशीर्वाद यात्रा पूरे जनपद में लेकर निकलेंगे। ब्राह्मण महापंचायत में किसी व्यक्ति द्वारा अन्य जाति वर्ग को लिए गए निशाने के सवाल पर पूर्व ब्लाक प्रमुख ने कहा कि ब्राह्मण महापंचायत में भी मेरे साथ साजिश हो गई। पंचायत में जब ब्राह्मण उत्पीड़न का मामला रखा जा रहा था, इसी दौरान दूसरे जिले से आए व्यक्ति विशेष ने दूसरे की भावनाओं को आहत करने के लिए विवादित बयान दे दिया। मैं और मेरा परिवार इससे इत्तेफाक नहीं रखता। जब मैं जेल में था तो मेरी पत्नी ने इस पर अपना बयान दिया और सोशल प्लेटफार्म में माफी मांगी। मैं जेल से बाहर आया तो मैं भी उस विवादित बयान पर माफी मांगता हूं। कहना चाहता हूं कि वह बयान भावनाओं में आकर दिया गया बयान नहीं था बल्कि सुनियोजित था।किसी व्यक्ति ने अपने मनमानी तरीके से कुछ बयानबाजी कर दी जिसमें मेरा या मेरे परिवार का कोई समर्थन नहीं। यह ब्यान उन्होंने क्यों दिया, वह कहां से उठकर पंचायत में पहुंचे थे इस बात की जांच उनके मोबाइल नंबर की पड़ताल करने से हो सकती है। पूर्व ब्लाक प्रमुख ने कहा कि मेरे किसी भी समर्थक का इस प्रकार की बयान बाजी से कोई वास्ता सरोकार नहीं है। यह मामला केवल ध्यान भटकने के लिए ही किया गया है। उन्होंने कहा कि मैं गांव गांव जन आशीर्वाद यात्रा के तहत जाउंगा और लोगों से आशीर्वाद लूंगा और अपने खिलाफ रचे गए षड़यंत्र से रूबरू कराउंगा। उन्होंने कहा कि जिस कामर्चारी की मृत्यु हुई है उसका हम सभी को बहुत कष्ट है। मेरी मां और मेरे परिवार का कोई सदस्य कभी उनका नाम नहीं लेते थे, सदैव उन्हें पटेल सर कहकर ही संबोधित किया। वह परिवार के अंग थे। उनका परिवार किसी के बहकावे में आकर भटक गया था, मेरा उस परिवार से आज भी वहीं नाता है और उनका हम सभी से इस सौहार्द को कोई समाप्त नहीं कर सकता।