कार्यक्रम में कविता पाठ के साथ प्रस्तुत किया गया भजन।
ख़बर दृष्टिकोण लखनऊ।
अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस ( दादा दादी-नाना नानी) पर रविवार को समाज कल्याण विभाग द्वारा, हेल्पेज इंडिया और वरिष्ठ नागरिक महासमिति के तत्वावधान में भागीदारी भवन में कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि श्री बृजेश पाठक, उप-मुख्यमंत्री उप्र सरकार रहे। इस मौके पर अति विशिष्ट अतिथि असीम अरुण, राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) समाज कल्याण विभाग, उत्तर प्रदेश सरकार, उत्तर प्रदेश सरकार, पवन कुमार, निदेशक, समाज कल्याण विभाग, पद्मश्री डॉ. विद्या विंदु सिंह, श्याम पाल सिंह, अध्यक्ष, वरिष्ठ नागरिक महासमिति, ज्योत्सना अरुण, एके सिंह, निदेशक, हेल्पेज इंडिया मौजूद रहे। सभी अतिथियों ने कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्जवलन करके किया।
कार्यक्रम के पहले सत्र में मुख्य अतिथि उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक, राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीम अरुण द्वारा 100 वर्ष पूरा कर चुके राम लखन अवस्थी, जगदीश प्रसाद को शतायु सम्मान से सम्मानित किया गया। इसके साथ ही ऐसे वरिष्ठ नागरिकों को, जो 75 वर्ष से अधिक आयु पूरा कर चुके हैं और समाज में रचनात्मक योगदान दे रहे हैं, उन्हें ‘स्वर्ण आयु विशिष्ट सेवा सम्मान’ प्रदान करते हुए आशीर्वाद प्राप्त किया गया। कार्यक्रम के दौरान चंद्रमा प्रसाद द्वारा कविता पाठ और वरिष्ठ नागरिक समिति के श्री केसी मिश्रा द्वारा भजन प्रस्तुत किया गया।
*55 लाख वरिष्ठजनों को दी जा रही पेंशन*
विशिष्ट अतिथि असीम अरूण, राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) समाज कल्याण विभाग, उत्तर प्रदेश सरकार ने कहा कि पूरे देश में केंद्र और राज्य सरकार सबका साथ, सबका विकास के संकल्प के साथ काम कर रही है। योगी सरकार वरिष्ठ नागरिकों के स्वास्थ्य, सुरक्षा, सम्मान के लिए प्रतिबद्ध है। वरिष्ठ नागरिकों का ध्यान रखते हुए समाज कल्याण विभाग द्वारा माता-पिता और वरिष्ठ नागरिकों का भरण पोषण तथा कल्याण अधिनियम और राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन की व्यवस्था की गई है। समाज कल्याण विभाग द्वारा 55 लाख वरिष्ठजनों को पेंशन दी जा रही है। वहीं 4 लाख वरिष्ठजनों को पेंशन से जोड़ा है।
*अस्पताल में जरूरत पड़ने पर सहयोग का दिलाया भरोसा*
मुख्य अतिथि बृजेश पाठक, उप-मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश सरकार ने आशीर्वचन देते हुए सभा में कहा कि हमारी सनातन संस्कृति के पीछे वरिष्ठजनों का हाथ है। बगैर वरिष्ठजनों के न ही हमारा समाज चल सकता है न ही हम कुछ कार्य कर सकते हैं। यही वजह है कि आज हमारी संस्कृति बदली नहीं है बल्कि वरिष्ठजनों के सहयोग से मजबूत होती जा रही है, जिससे आज भारत देश दुनिया के पैमाने पर आगे बढ़ रहा है। यह हम सभी की जिम्मेदारी है कि हम सभी बुजुर्गों को मुख्यधारा से जोड़े रखें। उन्होंने यह भी भरोसा दिलाया कि अस्पताल में जरूरत पड़ने पर वह वरिष्ठजनों के सहयोग के लिए हमेशा खड़े रहेंगे।
बच्चों और युवाओं ने ली प्रतिज्ञा
कार्यक्रम के दूसरे सत्र में सीएमएस, आरडीएसओ शाखा के बच्चों और युवाओं ने वरिष्ठजनों का सम्मान करने की प्रतिज्ञा ली। सीएमएस के छात्रों ने ‘अपने मां-बाप का तू दिल न दुखा’ पर मनमोहक कव्वाली प्रस्तुत किया।